पटना : बिहार की सियासत में कांग्रेस पार्टी अब एक बार फिर से सक्रिय हो रही है. बिहार के नये प्रभारी का भार शक्ति सिंह गोहिल को मिलने के बाद पार्टी की प्रतिक्षित सियासी आमंत्रण यात्रा को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. जानकारी के मुताबिक इसी महीने आठ अप्रैल को पार्टी अपनी आमंत्रण यात्रा की शुरूआत करेगी. इस यात्रा की शुरूआत शिवहर जिले से की जायेगी. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह यात्रा तीन चरणों में होगी और इसमें शक्ति सिंह गोहिल भी शामिल होंगे.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद कांग्रेस बिहार में अपनी पांव जमाने की कोशिश में है. इसी कोशिश में कांग्रेस बिहार में आमंत्रण यात्रा कर रही है. क्योंकि, बिहार में राजनीतिक यात्राओं का अपना अलग महत्व है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर राजद नेता व लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव हाल ही में राजनीतिक यात्रा के जरिये लोगों से जुड़ने की पहल कर चुके हैं. वहीं, जदयू से निष्कासित किये जाने के बाद शरद यादव भी बिहार की यात्रा कर अपनी ताकत दिखा चुके हैं.
बिहार में कांग्रेस की आमंत्रण यात्रा से पुराने कांग्रेसियों में भी उत्साह देखा जा रहा है. आमंत्रण यात्रा के दौरान कांग्रेस नेताओं की नजर दूसरी पार्टियों के असंतुष्ट और हासिए पर कर दिये गये नेताओं-कार्यकर्ताओं पर भी होगी. कांग्रेस के अंदरखाने से यह खबर मिल रही है कि पूर्व में कांग्रेस को छोड़कर एनडीए समेत दूसरे दलों में जाने वाले कई पूर्व कांग्रेसी नेता पार्टी में दोबारा वापस आ सकते हैं. राजनीतिक हलकों में इस बात को लेकर चर्चा गर्म है कि यह बहुत जल्द हो सकता है. वहीं राजनीतिक सूत्र यह भी कह रहे हैं कि कई पार्टियों के दलित नेता, जिन्हें यह लग रहा है कि पार्टी में उनकी कोई पूछ नहीं है, वह भी यह फैसला ले सकते हैं. अप्रैल से शुरू हो रही आमंत्रण यात्रा के दौरान पार्टी में वापसी का सिलसिला शुरू हो सकता है.
कांग्रेस में वापसी करने वालों में कई पूर्व विधायक और राजनीति में लम्बा अनुभव रखनेवाले नेता भी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि कई ऐसे नेताओं की इच्छा वापस कांग्रेस में लौटने की है. इसके लिए उन्होंने वैसे नेताओं से संपर्क किया है जो उन्हें सम्मानपूर्वक पार्टी में वापस लाने में सक्षम हैं. ऐसे सभी नेता कांग्रेस के वर्तमान नेतृत्व के संपर्क में हैं. आधा दर्जन से ज्यादा पुराने नेता जो जहां गये थे, वहां अपने को सही महसूस नहीं कर रहे हैं और कांग्रेस में आने को इच्छुक हैं. इन सभी नेताओं द्वारा कांग्रेस से संपर्क साधा गया है. कांग्रेस के सूत्रों की मानें, तो ऐसे नेताओं से अभी कोई फाइनल बातचीत नहीं हुई है, लेकिन बिहार की राजनीति के कई बड़े नाम इसमें शामिल हो सकते हैं.
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