पटना : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी संगठन में फेरबदल एवं नये चेहरों को आगे लाने की कवायद जारी रखते हुए सोमवार को शक्ति सिंह गोहिल को बिहार का प्रभारी नियुक्त किया है. साथ ही अनुग्रह नारायण सिंह को उत्तराखंड का प्रभार सौंपा है. कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने सोमवार को बयान जारी कर बताया कि राहुल गांधी ने इन नियुक्तियों की मंजूरी दे दी है. डॉ सीपी जोशी को बिहार के प्रभारी महासचिव पद की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया है.
मालूम हो कि पिछले सप्ताह कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा सांसद राजीव सातव को गुजरात तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को ओड़िशा की जिम्मेदारी दी थी. इसी प्रकार कुछ ही दिन पहले चार बार से विधायक एवं युवा चेहरे अमित चावड़ा को गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति का अध्यक्ष बनाया गया था. उन्हें भरत सिंह सोलंकी की जगह यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी थी.
कौन हैं शक्ति सिंह गोहिल
शक्ति सिंह गोहिल का पूरा नाम शक्ति सिंह हरिश्चंद्र सिंह गोहित है. उनका जन्म चार अप्रैल, 1960 को मुंबई के भावनगर जिले के लिम्डा में हुआ था. गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के पूर्व लिम्डा शाही परिवार के सदस्य अपने भाइयों में सबसे बड़े बेटे हैं. रसायन विज्ञान से स्नातक करने के बाद उन्होंने कानून की पढ़ाई भी पढ़ी है. साथ ही कंप्यूटर और पत्रकारिता भी उन्होंने किया है. वर्ष 1986 में भावनगर जिले में युवा कांग्रेस में शामिल होकर शक्ति सिंह गोहिल ने राजनीति में कदम रखा था. वर्ष 1989 में उन्हें गुजरात युवा कांग्रेस का प्रदेश महासचिव बनाया गया. स्थानीय निकाय चुनाव में जीत हासिल करते हुए वह भावनगर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष चुने गये. वर्ष 1990 में उन्होंने ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की सदस्यता ग्रहण की. वर्ष 1991 से लेकर 1995 तक वह कांग्रेस की सरकार में वित्त, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, तकनीकी शिक्षा एवं शिक्षा नीति के साथ-साथ सामान्य प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी संभाली. सौराष्ट्र क्षेत्र में कांग्रेस की मजबूती में शक्ति सिंह का बड़ा योगदान रहा है. कांग्रेस के दो बार के कार्यकाल में वह वित्त, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि मंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा वह वर्ष 2007 से 2012 तक गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं. इसके अलावा शक्ति सिंह गोहिल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं. गुजरात के प्रतिष्ठित भावनगर राजघराने से ताल्लुक रखनेवाले शक्ति सिंह गोहिल को राजनीति विरासत में मिली है. शक्ति सिंह के दादा दरबार साहेब रणजीत सिंह भी कांग्रेस से जुड़े थे. उन्होंने गधदा विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 1967 में विधायक चुने गये थे.