पटना : बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपने पति और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले केचौथे केसमें दोषी करार देने पर टिप्पणी करतेहुए आज कहा कि वह कोर्ट के फैसले का सम्मान करती हैं. हालांकि, उन्हें कोर्ट से राहत मिलने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हुआ, इसलिए वे राहत के लिए उच्च न्यायालय की शरण में जायेंगी. राबड़ीदेवी ने साथ ही कहा, भले ही कोर्ट से उनके खिलाफ फैसला आया हो, लेकिन वे देश छोड़ कर नहीं जाने वाले हैं.
दरअसल, राबड़ी देवी की उक्त टिप्पणी पिछले दिनों के घटनाक्रम को लेकर है. कुछ दिनों पहले पीएनबी में महाघोटाले और फर्जीवाड़े के आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी देश छोड़कर चले गये थे. इन दोनों हीरा कारोबारियों के देश छोड़कर जाने के बाद विपक्षी दल लगातार सत्तारूढ़ दलभाजपा को निशाने पर लिए हुए हैं. राबड़ी देवी ने अपने पति को चारा घोटाले के एक और मामले में दोषी ठहराए जाने पर टिप्पणी कर अप्रत्यक्ष रूप सेभाजपा को निशानेपरलिया है.
उल्लेखनीय है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को सोमवार को चारा घोटाले के चौथे केस में दोषी करार दिया गया. दुमका कोषागार से जुड़े केस में सोमवार को रांची में सीबीआई की विशेष अदालत ने लालू प्रसाद यादव समेत 19 आरोपियों को दोषी करार दिया. जबकि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा समेत बारह आरोपियों को बरी कर दिया गया. हालांकि, अभी उनकी सजा का एलान नहीं किया गया है. कोर्ट से लालू फिर अस्पताल चले गये हैं, जहां तबीयत खराब होने केकारण वे पहले से ही भर्ती हैं. माना जा रहा है कि 22 मार्च को लालू प्रसाद की सजा पर एलान हो सकता है.
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