पटना : बिहार में आयी भीषण बाढ़ से निबटने में सरकार को मदद करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश सरकार ने बिहार सरकार को मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच करोड़ रुपये का दान दिया है. मंगलवार को मध्य प्रदेश के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने बाढ़ पीड़ितों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच करोड़ रुपये का चेक दिया. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाढ़ पीड़ितों को मदद करने वाले सभी लोगों का धन्यबाद दे रहे हैं. आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पड़ोसी देश नेपाल और बिहार में लगातार हुई भारी बारिश के कारण अचानक आयी बाढ़ से 32 और लोगों की मौत के साथ प्रदेश में इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 514 हो गयी है. बिहार में आयी बाढ़ से 19 जिलों किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढी, शिवहर, समस्तीपुर, गोपालगंज, सारण, सीवान, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा एवं खगड़िया की एक करोड 71 लाख 64 हजार आबादी प्रभावित हुई है.
बाढ़ पीड़ितों के लिए बिहार विधानसभा के विधायकों के अलावा कई सामाजिक संगठन और अधिकारियों के वाइफ एसोसिशन द्वारा भी मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए राशि दान में दी गयी है. बाढ से सबसे अधिक अररिया में 95 लोग, सीतामढी में 47, पूणर्यिा में 44, पश्चिमी चंपारण में 42, कटिहार में 40, दरभंगा में 37, पूर्वी चंपारण में 32, मधेपुरा में 29, मधुबनी में 28, किशनगंज में 24, मुजफ्फरपुर में 21, गोपालगंज 20, सुपौल में 16, सारण में 13, खगडिया में 10, सहरसा में 8, शिवहर 6 तथा समस्तीपुर में 2 व्यक्ति की मौत हुई है. राज्य में बाढ प्रभावित इलाके से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गये 854936 लोगों में से 106650 व्यक्ति अभी भी 115 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं. बाढ़ राहत शिविर के अतिरिक्त वैसे प्रभावित व्यक्ति जो राहत शिविरों में नहीं रह रहे हैं उनके लिए सामुदायिक रसोईघर चलाये जा रहे हैं. इस तरह कुल 794 सामुदायिक रसोईघर चलाये जा रहे हैं जिसमें 189573 लोगों को भोजन कराया जा रहा है.
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