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बीज उपचार से लागत का 11 गुना होगा लाभ
अनुदानित दर पर किसानों को मिलेगा बीजोपचारक रसायन नवादा : स्वच्छ, स्वास्थ्य व पुष्ट बीज की बुआई से फसल का भरपूर उत्पाद प्राप्त करने हेतु बीज टीकाकरण वैन को समाहरणालय से जिला पदाधिकारी मनोज कुमार ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. गौरतलब है कि फसल उत्पादन में बीजोपचार की महत्ता को देखते हुए बिहार […]
अनुदानित दर पर किसानों को मिलेगा बीजोपचारक रसायन
नवादा : स्वच्छ, स्वास्थ्य व पुष्ट बीज की बुआई से फसल का भरपूर उत्पाद प्राप्त करने हेतु बीज टीकाकरण वैन को समाहरणालय से जिला पदाधिकारी मनोज कुमार ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. गौरतलब है कि फसल उत्पादन में बीजोपचार की महत्ता को देखते हुए बिहार सरकार के कृषि विभाग द्वारा शत-प्रतिशत बीज टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है.
इसके अंतर्गत अनुदानित दर पर बीजोपचारक रसायन व जैविक उत्पाद फेटोमोन ट्रैप कृषकों को उपलब्ध करायी जा रही है. बीज टीकाकरण अभियान के द्वारा नवादा जिले के सभी प्रखंडों में यह कार्य किया जा रहा है. टीकाकरण वैन में अनुदानित दर पर दवा उपलब्ध रहेगा, साथ ही वैन में प्रतिष्ठान के प्रतिनिधि व पौधा संरक्षक कर्मचारी भी साथ में रहेंगे,जो कृषकों से विहित प्रपत्र में आवेदन लेकर अनुदानित दर पर बीजोपचारक रसायन, फोटोमोन ट्रैप व जैविक रसायन उपलब्ध करायेंगे. अनुदान की राशि किसानों को डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में उपलब्ध करा दी जायेगी. बीजोपचारक रसायन 50 प्रतिशत अनुदान पर, फोटोमोन ट्रैप 90 प्रतिशत अनुदान पर व जैविक रसायन 50 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध रहेगा, परंतु एक किसान को अधिकतम दो हेक्टेयर के लिए ही दी जायेगी.
मालूम हो कि बीज के अंदर व बाहर अनेक रोगों के रोगाणु सुषुप्ता अवस्था में मौजूद रहते हैं, जब इनको अनुकूल वातावरण मिलता है तो अंकुरित होकर पौधा पर रोग के लक्षण के रूप में प्रकट होते हैं. बीजोपचार बहुत ही सस्ता व सरल उपचार है. बीजों उपचार में जो लागत लगती है उसके 11 गुना लाभ किसानों को प्राप्त होता है. इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी, परियोजना निदेशक आत्मा सहित कृषि विभाग के कई कर्मचारी उपस्थित थे.
शत-प्रतिशत विद्यालयों का निरीक्षण करने का निर्देश : डीएम मनोज कुमार ने सभाकक्ष में जीविका के कार्यों की भी समीक्षा की. पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से डीपीएम मुकेश शास्मल में बताया कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में 5422 स्वयं सहायता समूह की स्थापना के विरुद्ध अभी तक 2914 स्वयं सहायता समूह की स्थापना की गयी है.
उन्होंने कहा कि जिले में अभी तक कुल 15432 स्वयं सहायता समूह की स्थापना की गयी है.1592 समूह का खाता खोला जा चुका है व 2800 समूह को आम आदमी बीमा योजना से जोड़ा जा चुका है. 5000 बकरियों का टीकाकरण किया जा रहा है. जीविका की दीदियों द्वारा विद्यालयों के निरीक्षण की समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि 1400 विद्यालयों के विरुद्ध अभी तक 492 विद्यालयों का निरीक्षण किया गया है, जिसमें 22 विद्यालयों पर कार्रवाई की गयी है.
डीएम ने निर्देश दिया कि अधिक से अधिक विद्यालयों का निरीक्षण कर इस महीने तक लक्ष्य को प्राप्त कर लें और दिसंबर के प्रथम सप्ताह में निरीक्षण प्रतिवेदन जमा कर दें. बैठक में उपस्थित जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, परियोजना निर्देशक आत्मा को डीएम ने निर्देश दिया कि जीविका के साथ समन्वय कर अपने-अपने विभागों के योजनाओं का लाभ धरातल तक पहुंचायें.
जिला गव्य विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अनुदानित दर पर पशु पालन हेतु एससी व एसटी के लाभुकों के आवेदन पत्र प्राप्त करने में जीविका के स्वयं सहायता समूह की सहायता प्राप्त करें. जिले में सब्जियों के जैविक खेती को प्रोत्साहित करने हेतु लागू परंपरागत कृषि योजना से जीविका के समूहों को जोड़ने का निर्देश डीएम द्वारा दिया गया. डीएम ने परियोजना निर्देशक आत्मा को जीविका समूहों को कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण देने का भी निर्देश दिया. पंक्ति में शक्ति व कृषि यंत्र बैंक योजना में जीविका के ग्राम संगठन को जोड़ने हेतु डीएम ने निर्देश दिये. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी सुनील कुमार, डीपीएम जीविका मुकेश शास्मल, एलडीएम पंजाब नेशनल बैंक, वरीय उपसमाहर्ता मुकेश रंजन, डीपीआरओ परिमल कुमार सहित जीविका के ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर आदि उपस्थित थे.
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