नवादा : किऊल-गया रेलखंड पर गुरुवार की देर रात लुटेरों ने रामपुर हाट-गया पैसेंजर ट्रेन में लूटपाट के दौरान एक शिक्षक को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया, जिससे उनकी मौत हो गयी. शिक्षक रितेश सासाराम में हाइस्कूल में शिक्षक थे.
वह रामपुर हाट-गया पैसेंजर ट्रेन से अपनी पत्नी स्मिता कुमारी व तीन साल के पुत्र के साथ गया के रास्ते सासाराम जा रहे थे. जमुआवां हॉल्ट से जैसे ही ट्रेन खुली छह लुटेरे लूटपाट करने लगे व यात्रियों में दहशत पैदा करने के लिए शिक्षक रितेश के पुत्र को उठा लिया. पुत्र को बचाने के लिए रितेश लुटेरों के साथ भिड़ गये, तभी लुटेरों ने उन्हें चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया.
इससे उनके दोनों पैर कट गये. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने घायल शिक्षक रितेश को स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया, जहां से नवादा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. इसके बाद चिकित्सकों ने पटना रेफर कर दिया, लेकिन बिहारशरीफ पहुंचते-पहुंचते रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी. पत्नी स्मिता कुमारी ने अस्पताल में पुलिस के समक्ष घटना के बारे में जानकारी दी है.
इधर, नवादा स्टेशन के रेल थाना प्रभारी भरत उरांव ने बताया कि सुबह में मृत शिक्षक के कुछ रिश्तेदार आये थे और बच्चा चोरी का मामला बताया. जब वजीरगंज पुलिस से बात की गयी, तो वहां से बताया गया कि घायल अवस्था में ही रितेश ने बताया कि ट्रेन में उनका बच्चा इधर-उधर हो गया है, जिससे लगा कि कोई बच्चे को चुरा लिया है. घबरा कर बच्चे को खोजने लगे. इसके बाद ट्रेन से पैर फिसल कर बाहर गिर जाने की जानकारी दी जा रही है.
उन्होंने बताया कि यदि जमुआवां हॉल्ट के पास घटना हुई है, तो यह मामला रेल पुलिस का बनता है, अन्यथा यह स्थानीय थाने का मामला बनता है. रेल पुलिस घटना को लेकर छानबीन कर रही है.