New Road In Bihar: बिहार में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है. ऐसे में अब नालंदा जिले में ग्रामीण सड़कों के निर्माण की खास योजना बनाई गई है. डीएम कुंदन कुमार की तरफ से 13 नई ग्रमीण सड़कों के निर्माण को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की गई और इसे राज्य मुख्यालय को सौंपी गई है. बेहतर संपर्क व्यवस्था को लेकर नालंदा जिला प्रशासन का यह कदम बेहद खास माना जा रहा है.
तीन लाख से अधिक लोगों को फायदा
इस योजना से नालंदा में ग्रामीण इलाके के तीन लाख से भी अधिक लोगों को फायदा पहुंचने की बात कही जा रही है. इन 13 नई सड़कों का मुख्य उद्देश्य सालोंभर ग्रामीण क्षेत्रों को संपर्क प्रदान करना है. दरअसल, वर्तमान में मानसून के वक्त भारी बारिश के कारण कई गांवों का संपर्क मुख्य सड़क से टूट जाता है. जिससे ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ती है.
ग्रामीण इलाकों का होगा विकास
स्थानीय निवासियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों तक पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. मुख्य सड़क के बनने से लोगों के लिए यातायात आसान हो सकेगा. इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों का विकास हो सकेगा. यहां की अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा मिलेगी.
डीएम ने तैयारी की रिपोर्ट
जनकारी के मुताबिक, डीएम के द्वारा तैयार किए गए सड़क निर्माण योजना में अलग-अलग प्रखंडों को समान रूप से कवर किया गया है. इनमें रहुई प्रखंड में अंबा बजरंगबली मंदिर से एनएच-78 भाया कादी बिगहा तक 2.250 किलोमीटर की सड़क का निर्माण प्रस्तावित है. दरअसल, यह रास्ता धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ स्थानीय व्यापार को भी बढ़ायेगा.
रेलवे यात्रियों के लिए फायदेमंद
इसके साथ ही चंडी प्रखंड में कई जरूरी रास्तों का प्रस्ताव है. जिनमें दरियापुर में चिश्तीपुर गांव तक 2.680 किलोमीटर, सिकरिया से पितोखरी तक 1.600 किलोमीटर और लालगंज-राजाबाद रोड से चंडी रेलवे स्टेशन तक 750 मीटर की सड़कें शामिल हैं. चंडी रेलवे स्टेशन से सड़क जुड़ने के कारण यह यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकेगा.
यहां सड़कें हैं प्रस्तावित…
जानकारी के मुताबिक, सबसे लंबा मार्ग बिहार शरीफ एकंगरसराय एनएच से ईशापुर होते हुए होरिल बिगहा से मनारा पथ तक 5.200 किलोमीटर का है, जो कई गांवों को एक साथ कनेक्ट करेगा. नगरनौसा प्रखंड में सैदनपुर से रामपुर तक 1.400 किलोमीटर, हरनौत प्रखंड में चेरन-धरमपुर पथ से डिहरा-फलहनवा रोड का 1.050 किलोमीटर, नूरसराय प्रखंड में नूरसराय-हिलसा पथ से कोकलकचक पथ से गौंढ़ापर पथ एक किलोमीटर, होरिल बिगहा शासी नदी पुल के पास रसुला धनवां पथ 1.5 किलोमीटर और कैड़ी-मिल्कीपर पथ से पावापट्टी पासवान टोली तक 1.110 किलोमीटर तक सड़क बनाने की योजना है.

