Advertisement
ग्रीष्मावकाश व शिक्षक आंदोलन से महाविद्यालयों में घटी रौनक
11वीं की परीक्षा तथा प्रायोगिक परीक्षा देने ही आ रहे विद्यार्थी नियमित कक्षाओं के संचालन में अभी है देर बिहारशरीफ. स्नातक तृतीय खंड की परीक्षा की समाप्ति के बाद भी अधिकांश महाविद्यालयों में चहल-पहल लौटने की उम्मीद अभी कम है. शहर के कुछ ही महाविद्यालयों में ग्यारहवीं की परीक्षाएं चलने के कारण विद्यार्थियों की अच्छी […]
11वीं की परीक्षा तथा प्रायोगिक परीक्षा देने ही आ रहे विद्यार्थी
नियमित कक्षाओं के संचालन में अभी है देर
बिहारशरीफ. स्नातक तृतीय खंड की परीक्षा की समाप्ति के बाद भी अधिकांश महाविद्यालयों में चहल-पहल लौटने की उम्मीद अभी कम है. शहर के कुछ ही महाविद्यालयों में ग्यारहवीं की परीक्षाएं चलने के कारण विद्यार्थियों की अच्छी मौजूदगी अवश्य देखी गयी.
हालांकि उच्च माध्यमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों को अचानक ग्रीष्मावकाश की छुट्टी शुरू हो जाने के कारण अधिकांश महाविद्यालयों में कम ही विद्यार्थी नजर आये.
दूसरी ओर शहर के पांच मैट्रिक परीक्षा उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन केंद्रों पर भी बुधवार को सन्नाटा पसरा रहा. केंद्रों पर मुख्य परीक्षक तथा कुछ एक परीक्षा से जुड़े अधिकारियों के अलावे कोई परीक्षक नजर नहीं आये. नियोजित शिक्षकों के जबरदस्त विरोध के कारण परीक्षक मूल्यांकन केंद्रों से दूर रहने में अपनी भलाई समझ रहे हैं.
विद्यार्थियों में बढ़ती जा रही निराशा
मूल्यांकन कार्यो में दूरी के साथ भी माध्यमिक विद्यार्थियों की धड़कने बढ़ते जा रही है. खास कर सीबीएसई बोर्ड का रिजल्ट बीस मई को प्रकाशित होने की घोषणा के कारण बिहार बोर्ड के छात्रों में जबरदस्त मायूसी देखी जा रही है. अधिकांश विद्यार्थी अब अपने भविष्य को लेकर चिंतित नजर आ रहे है. अभिभावकों के चेहरों पर भी परेशानी की लकीरें बढ़ने लगी है.
माध्यमिक रिजल्ट का इंतजार कर रहे छात्र अम्बेर निवासी संजय कुमार ने रिजल्ट में देरी पर कहा है कि हजारों छात्रों का भविष्य दावं पर लगा है. देर से रिजल्ट आने का खामियाजा आखिर विद्यार्थियों को ही भुगतना पड़ेगा. अस्थावां निवासी छात्र सरोज कुमी ने कहा कि सरकार को कॉपी जांचने की वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए.
आखिर विद्यार्थियों का क्या कसूर है, जो उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. स्थानीय देवशरण महिला कॉलेज में 11 वीं की परीक्षा में शामिल छात्र अनीता कुमारी ने कहा कि रिजल्ट में देरी के कारण सूबे के विद्यार्थी अन्य प्रदेशों के अच्छे संस्थानों में नामांकन से वंचित हो जायेंगे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement