बिहारशरीफ : जिले के प्रमुख शैक्षणिक संस्थान पीएल साहू +2 विद्यालय सोहसराय में लंबे इंतजार के बाद इंटरमीडिएट कक्षाओं में नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है. विद्यालय में हालांकि इंटरमीडिएट कक्षाओं में पढ़ाने के लिए अंग्रेजी, हिंदी तथा इतिहास के मात्र तीन शिक्षक नियुक्त जाने से विद्यालय के शिक्षकों तथा अभिभावकों में उहापोह की स्थिति है. प्राप्त जानकारी के अनुसार विभागीय आदेशानुसार विद्यालय द्वारा सत्र 2015-17 विद्यार्थियों का नामांकन लिया जाना है.
वर्ग दशम के छात्र सुजीत कुमार ने बताया कि शिक्षकों की नियुक्ति हुए बिना नामांकन लिया जाना महज एक खानापूर्ति बन कर रह गयी है. इससे विद्यार्थियों को फायदा होने के बजाय नुकसान ही होगा. क्योंकि परीक्षा पास करने के लिए विद्यार्थियों को पढ़ाई की जरूरत होगी और विद्यालय में व्यवस्था के अभाव में विद्यार्थियों को इधर-उधर ट्यूशन तथा कोचिंग संस्थानों का चक्कर लगाना पड़ेगा.
विद्यालय में इंटरमीडिएट के लिए भवन का निर्माण भी लगभग पांच वर्ष पूर्व ही कराया गया था. जिसका इस्तेमाल माध्यमिक विद्यालय द्वारा ही किया जाता रहा है. वर्तमान में विद्यालय का पुस्तकालय तथा प्रयोगशाला भी इसी इंटरमीडिएट भवन में संचालित है. अन्य इंटरमीडिएट की कक्षाएं शुरू होने से माध्यमिक के विद्यार्थियों को समस्याएं ङोलनी पड़ेगी.
विद्यालय का पुराना भवन है जजर्र
वैसे तो प्रयाग लाल साहू उच्च विद्यालय में इंटरमीडिएट भवन समेत कुल 26 कमरे हैं. लेकिन इंटरमीडिएट भवन को छोड़ कर अधिकांश कमरे जजर्र है. जहां बरसात में कमरों की छतों से पानी टपकता है वहीं अधिकांश कमरों की खिड़कियां गायब हो चुकी है. इस भवन के ध्वस्त होने का खतरा देखते हुए अब यहां विद्यार्थियों का पठन-पाठन स्थगित कर दिया गया है. माध्यमिक भवन के मात्र चार कमरों में ही विद्यार्थियों का पठन-पाठन किया जाता है.
माध्यमिक कक्षाओं में विषयवार शिक्षक नहीं
विद्यालय में शिक्षकों के कुल स्वीकृत 17 पदों के विरुद्ध वर्तमान में मात्र 14 पद नियुक्त है. जबकि महीने-दो महीने में दो-तीन शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने से यह समस्या और बढ़ेगी. वर्तमान में विद्यालय में गणित, संस्कृत आदि कई विषयों की पढ़ाई दो शिक्षकों के बजाय मात्र एक-एक शिक्षक द्वारा की जा रही है. इससे विद्यालय में नामांकित लगभग सात सौ विद्यार्थियों को कई विषयों की पढ़ाई में बाधा आ रही है.
खेलने को तरसते हैं छात्र
विद्यालय के बच्चों को खेलने-कूदने के लिए जगह नहीं रहने के कारण उन्हें अपना खाली समय काटना मुश्किल होता है. विद्यालय के पास कम जगह होने के कारण खेल का मैदान नहीं है. विद्यालय के छात्र मनोज कुमार ने बताया कि खेल का मैदान नहीं रहने से उन्हें खेल सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है. साल भर में शायद ही कभी यहां खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है.
विद्यालय में मौजूद सुविधाएं
भवन – इंटरमीडिएट में 6 कमरे, माध्यमिक में मात्र 4 कमरे उपयोगी
बिजली – नहीं है.
उपस्कर – पर्याप्त है.
पेयजल – एक चापाकल तथा एक नल
शौचालय – दो
प्रयोगशाला – है.
पुस्तकालय – है.
खेल का मैदान – नहीं है.
चहारदीवारी – है.
शिक्षक – इंटरमीडिएट में 3, माध्यमिक में 14
विद्यार्थी – इंटरमीडिएट में नहीं, माध्यमिक में 700