बरबीघा : लोकसभा चुनाव में भाजपा विरोधी दलों का सफाया होने के बाद बिहार में लालू व नीतीश, कांग्रेस ने मिल कर महा गंठबंधन किया है. यह गंठबंधन नहीं बल्कि बिहार की जनता को ठगने के लिए भाजपा विरोधी पार्टियों ने ठगबंधन बनाया है.
जिससे बिहार की जनता को सचेत बनने की जरूरत है. उक्त बातें थाना पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पार्टी के विधान पार्षद गंगा प्रसाद ने कही. सभा की अध्यक्षता भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजीव प्रभार ने की. जबकि मंच का संचालन वार्ड आयुक्त नितिंजय कुमार ने किया. विधान परिषद् गंगा प्रसाद ने कहा कि भाजपा से अलग होने के बाद इस राज्य की विधि व्यवस्था चौपट हो चुकी है.
अब नीतीश कुमार के साथ लालू प्रसाद एवं कांग्रेस पार्टी के आ जाने से इस राज्य में जंगल राज फिर से कायम हो गया है. कांग्रेस के विरोध में लालू प्रसाद यादव को बिहार की सत्ता मिली थी. बाद में वहीं कांग्रेस के साथ लालू का गठबंधन हो गया. फिर लालू राबड़ी के विरोध में जदयू एवं भाजपा को इस राज्य की जनता ने जनादेश दिया.
इस राज्य की जनता ने बागडोर सौंप दी लेकिन भाई नरेंद्र मोदी के झूठा, सांप्रदायिकता का नारा देकर जदयू ने भाजपा को झूठा देकर खुद कुरसी पर विराजमान हो गया और इस पार्टी के नेता नीतीश कुमार अपनी कुरसी को बचाने के लिए लालू के साथ बाजा बजाना शुरू कर दिया.भाजपा कार्यकर्ता ने 14 अप्रैल को पटना में होने वाले कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने की अपील की. इस मौके पर अविनाश गुप्ता, राजेंद्र प्रसाद, मित्रनंद गुप्ता, विनोद माथुर , अनिल कुमार सिंह, विभूति सिंह, सूर्यभूषण सिंह आदि लोगों ने भी संबोधित किया.