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ठेले से प्रसव के लिए अस्पताल पहुंची गर्भवती

पीएचसी शेखोपुरसरय में एंबुलेंस सेवा फिर हुई ठप शेखपुरा : कड़ाके की ठंड में जहां आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं इसी चुनौतियों के बीच शेखोपुरसराय प्रखंड की गर्भवती महिला को ठेले पर लादकर अस्पताल पहुंचने को विवश हैं. दरअसल यह घटना शेखोपुरसरय पीएचसी का है. पड़ोसी जिले नवादा के शाहपुरा गांव […]

पीएचसी शेखोपुरसरय में एंबुलेंस सेवा फिर हुई ठप

शेखपुरा : कड़ाके की ठंड में जहां आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं इसी चुनौतियों के बीच शेखोपुरसराय प्रखंड की गर्भवती महिला को ठेले पर लादकर अस्पताल पहुंचने को विवश हैं. दरअसल यह घटना शेखोपुरसरय पीएचसी का है. पड़ोसी जिले नवादा के शाहपुरा गांव निवासी रीना देवी को गंभीर प्रसव पीड़ा में ठेले पर लाद पीएचसी शेखोपुरसरय लाया गया. इस दौरान रास्ते में स्पीड ब्रेकर और सड़क के गड्ढों पर झटकों उक्त महिला का प्रसव पीड़ा और भी तेज हो गयी. स्थिति को लेकर किसी तरह परिजन जब अस्पताल पहुंचे तब काफी घबराहट में थे. चिकित्सा लाभ और काफी मशक्कत के बाद महिला की स्थित संभल सकी. पीएचसी शेखोपुरसराय के इस व्यवस्था ने स्वास्थ्य महकमा को शर्मसार कर रख दिया है.
तीन दिनों से एंबुलेंस खराब रहने के इस व्यवस्था के बीच गर्भवती महिलाओं की यह स्थिति आज कोई नयी बात नहीं है. इसके पूर्व भी 26 दिनों तक एंबुलेंस सेवा ठप रहने की स्थिति में गर्भवती महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ा था. इसके बाद प्रभात खबर समाचार पत्र में प्रकाशित खबर की पहल कदमी से एंबुलेंस को चालू कराया गया था. लेकिन सप्ताह भर चलने के बाद ही यह एंबुलेंस फिर पुनः खराब हो गयी. ऐसी परिस्थिति में खराब एंबुलेंस प्रखंड की गर्भवती महिलाओं के लिए एक बड़ी मुसीबत बन गयी है. प्रसव पीड़ा से तड़पती महिलाओं को ठेले पर लेकर जाता देखकर हर किसी मानव का रूह तो कांप जाता है.
बावजूद स्वास्थ्य महकमा को इसकी तनिक भी परवाह नहीं है. दरअसल शेखोपुरसराय प्रखंड के अंदर गर्भवती महिलाओं को सरकार की बुनियादी योजना के लाभ से वंचित कर दिया है. इतना ही नहीं इस अवस्था में गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ उसके पेट में पलने वाले नवजात बच्चे के जीवन को भी संकट में डाल रखा है. ऐसी परिस्थिति में सवाल यह है कि सरकार की यह योजना आखिर नियमित रूप से क्यों नहीं संचालित की जा रही है. आखिर कब तक गर्भवती महिलाओं को ठेले पर लादकर संस्थागत प्रसव के लिए अस्पताल तक पहुंचाया जायेगा. सरकार जच्चा और बच्चे की मृत्यु दर में कमी के लिए कई तरह की योजनाओं को चला रही है. जिसमें एंबुलेंस सेवा काफी महत्वपूर्ण है. लेकिन आये दिन एंबुलेंस की खराबी और भुगतान में लापरवाही की वजह से गर्भवती महिलाओं को सेवा से वंचित रहना पड़ जाता है.
जिप अध्यक्षा ने जताया आक्रोश: इस व्यवस्था को लेकर जिला परिषद अध्यक्ष निर्मला देवी ने स्वास्थ्य महकमा भड़ास निकालते हुए कहा कि पहले भी इस मुद्दे को लेकर जिला प्रशासन के समक्ष गंभीरता से बातों को रखा गया था. लेकिन महिला से संबंधित इस मुद्दे को लेकर जिला प्रशासन आज भी लापरवाह और बेपरवाह दिख रही है. उन्होंने कहा कि महिलाओं से जुड़े इस समस्या को लेकर जिस प्रकार स्थानीय स्वास्थ्य महकमा लापरवाही बरत रहा है. ऐसी परिस्थिति में इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया जायेगा.
जिला परिषद अध्यक्ष निर्मला देवी ने साफ लहजे में कहा कि वर्तमान व्यवस्था में जहां महिला और बच्चे की जान पर खतरा बन रहा है. वहीं उसके मान-सम्मान को भी ठेस पहुंचाने का काम किया जा रहा है.
सीएस को एंबुलेंस सेवा ठप की सूचना नहीं
पीएचसी शेखोपुरसराय में एंबुलेंस सेवा ठप रहने की उन्हें कोई सूचना नहीं है. सेवा बहाल करने की कार्रवाई की जायेगी. इसके साथ ही बार-बार सेवा बाधित होने में जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी.
डॉ मृगेंद्र प्रसाद सिंह, सिविल सर्जन, शेखपुरा.

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