बिंद (नालंदा) : स्थानीय प्रखंड के बिंद गांव में मुख्य सड़क पर नाली का गंदा पानी बहने से राहगीर परेशान हैं. तकरीबन दस हजार की आबादी वाले इस गांव में न तो नाला की व्यवस्था है और न ही जल निकासी की. इलाके में सालों भर गंदगी बरकार रहता है. इस पथ से प्रखंड के कई जनप्रतिनिधि गुजरते रहते हैं. इसके बावजूद जनप्रतिनिधि देखकर भी अनभिज्ञ हैं. यह गांव का ही नहीं, बल्कि पूरे बाजार का मुख्य मार्ग है. बिंद बाजार का संपर्क लगभग बीस गांवों से है.
इस स्थिति में लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी बाजार करने वाले यात्रियों को हो रही है. इन नालियों से निकलने वाली दुर्गंध युक्त पानी से होकर यात्री गुजरते हैं. कचरा गीला होने के कारण सड़क के किनारे से फैलता हुआ पूरी सड़क पर फैल जाता है. सड़कों पर जाम लगने लगा है और पैदल यात्री तक इस कचरे से दूरी बनाकर चलने लगे हैं. बरसात होते ही पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर जाता है. दो पहिया वाहनों एवं साइकिल की लाइन लग जाती है. क्योंकि कोई भी इस कचरे से होकर नहीं चलना चाहता है. हर किसी के बीच सड़क से गुजरने की चाहत में रास्ता जाम हो जाता है.
ग्रामीण श्याम कुमार, मुनाम कुमार, संजीत कुमार, अनिल प्रसाद, पुटुश राउत आदि लोगों का कहना है कि गांव के मुख्य द्वार पर लोग गिट्टी, बालू गिराकर भूल जाते हैं. उसके बाद गिट्टी, बालू उसी नाली में गिर कर नाली बंद हो जाता है.