प्रोटीन युक्त है मशरूम
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मशरूम टीबी रोगियों के लिए वरदान
प्रोटीन युक्त है मशरूम मशरूम की सब्जी खाने से रोगियों में बढ़ेगी रोग प्रतिरोधक क्षमता मरीजों के बीच बांटी गयी मशरूम किट बिहारशरीफ : मशरूम टीबी रोगियों के लिए वरदान है. यह पूरी तरह से प्रोटीन युक्त सब्जी है. इसकी सब्जी खाने से मरीजों में रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है. मशरूम की सब्जी […]
मशरूम की सब्जी खाने से रोगियों में बढ़ेगी रोग प्रतिरोधक क्षमता
मरीजों के बीच बांटी गयी मशरूम किट
बिहारशरीफ : मशरूम टीबी रोगियों के लिए वरदान है. यह पूरी तरह से प्रोटीन युक्त सब्जी है. इसकी सब्जी खाने से मरीजों में रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है. मशरूम की सब्जी पूरी तरह से पौष्टिक आहार हैं.
यक्ष्मा के रोगी इसका सेवन नियमित रूप से करें. नियमित रूप से इसकी सब्जी खाने से एक तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ेगी ही साथ ही शरीर को सहज रूप से विटामिन युक्त आहार भी मिल जायेगा. यह बातें जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रवींद्र कुमार ने कहीं.
मशरूम उत्पादन के गुर सीखे टीबी मरीजों ने
जिले के चंडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत अनंतपुर गांव में सोमवार को टीबी के रोगियों को मशरूम उत्पादन के गुर सिखाये गये. जिला यक्ष्मा विभाग की ओर से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर हरनौत कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक उमेश कुमार ने मशरूम की उपज करने के लिए टिप्स मरीजों को बताये. मशरूम की पैदावार करने से लेकर कटाई तक के बारे में गुर सिखाये गये. ताकि टीबी के मरीज अपने-अपने घरों में आसानी से इसकी फसल की उपज कर सकें. मशरूम उत्पादक अनीता कुमारी ने भी उत्पादन के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मशरूम से अचार, खीर, सब्जी जैसी बहुत सी खाद्य सामग्री आसानी से बनायी जा सकती है. ये खाद्य पदार्थ बहुत ही पौष्टिककारक है.
29 टीबी मरीजों को दी गयी मशरूम किट
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में यक्ष्मा रोगियों को मशरूम उत्पादन करने के लिए कीट भी उपलब्ध कराये गये. जिले के 29 टीबी रोगियों को मशरूम कीट उपलब्ध करायी गयी. जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रवींद्र कुमार ने बताया कि रोगियों को फसल उत्पादन व इसकी पोषक उपयोगिता के बारे में जानकारी दी गयी. उन्होंने कहा कि इससे रोगियों को दो फायदे होंगे. पहला कि रोगियों को प्रोटीन युक्त सब्जी घर में ही सहज रूप से उपलब्ध हो जायेगी. इसकी सब्जी खाने से मरीजों को काफी ऊर्जा मिलेगी.
शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में काफी वृद्धि हो जायेगी. लिहाजा रोग पर काबू पाने में भी आसानी हो जायेगी. साथ ही रोगी इसका व्यवसाय भी कर सकेंगे. जिससे उन्हें आर्थिक लाभ भी होगा.
मशरूम की बिक्री होने से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. ममता के जिला समन्वयक सुदेश्वर सिंह ने कहा कि सरकार की यह महत्वपूर्ण योजना है. इसके पहल चरण में उक्त रोगियों को मशरूम कीट उपलब्ध करायी गयी है. यह कीट नि:शुल्क दी गयी है. उन्होंने कहा कि मशरूम जीविका उपार्जन के साधन में भी सहायक सिद्ध होगा. इस मौके पर राधे लखन प्रसाद, राजकुमार चंचल , विद्यापति, डॉ प्रभात पांडेय, विरेश कुमार, भूपेंद्र कुमार आदि रहे.
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