प्रशासन ने खतरे की आशंका के मद्देनजर लगायी रोक
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कोसुक पंचाने नदी घाट प्रतिबंधित
प्रशासन ने खतरे की आशंका के मद्देनजर लगायी रोक जिले में छठ घाटों की जोर-शोर से हो रही सफाई बिहारशरीफ : शहर स्थित प्रमुख छठ घाट कोसुक को जिला प्रशासन द्वारा अर्घ देने पर प्रतिबंधित कर दिया गया है. जिला प्रशासन द्वारा यह कदम कोसुक नदी घाट पर मौजूद खतरों को ध्यान में रखकर उठाया […]
जिले में छठ घाटों की जोर-शोर से हो रही सफाई
बिहारशरीफ : शहर स्थित प्रमुख छठ घाट कोसुक को जिला प्रशासन द्वारा अर्घ देने पर प्रतिबंधित कर दिया गया है. जिला प्रशासन द्वारा यह कदम कोसुक नदी घाट पर मौजूद खतरों को ध्यान में रखकर उठाया गया है. इस घाट पर अब कोई छठव्रती अर्घ नहीं देंगे. बल्कि छठ के मौके पर इस घाट पर स्नान करने पर भी रोक लगायी गयी है. हालांकि इससे कोसुक,राणाबिगहा,पहाड़पुरा,सिपाह आदि कई गांवों के छठव्रतियों को अब दूसरे छठ घाटों पर छठव्रत संपन्न करना होगा.
इससे छठव्रतियों की परेशानी बढ़ेगी. लेकिन कोसुक घाट की खतरनाक स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा ससमय उठाया गया कदम उचित है. उल्लेखनीय है कि विगत दो माह पूर्व इसी घाट पर स्नान करने के दौरान एक ही परिवार के तीन बच्चे डूब गये थे. पंचाने नदी में बनाया जा रहा झील के कारण नदी की तली कटोरानुमा हो गयी है. जिससे थोड़ी सी असावधानी भी जानलेवा साबित हो सकता है. इधर,शहर के अन्य छठ घाटों पर तेजी से सफाई किया जा रहा है.
घरों में जहां महिलाएं पूजा से लेकर प्रसाद तक की तैयारियां कर रही हैं, वहीं ग्रामीणों द्वारा छठ घाटों की साफ-सफाई से लेकर घाट निर्माण, बांस की घेराबंदी, प्रकाश तथा पेयजल की व्यवस्था की जा रही है. शहर में नगर निगम के द्वारा प्रमुख छठ घाटों की साफ-सफाई तथा सुरक्षा आदि के बंदोबस्त किये जा रहे हैं. जिला मुख्यालय में एकलौती नदी पंचाने में जगह-जगह पर घाट बनाये जा रहे हैं. कई प्रमुख तालाबों मोरा तालाब, बाबा मणिराम अखाड़ा स्थित तालाब, टिकुलीपर स्थित तालाब, मघड़ा, मुरौरा आदि तालाबों में पर्याप्त मात्रा में पानी मौजूद है. इन स्थलों पर सीढ़ी बनी रहने के कारण छठ व्रतियों को सहूलियत होगी.
ईमादपुर छठ घाट की हो रही सफाई :शहर के सबसे उत्तरी भाग में स्थित ईमादपुर छठ घाट पर जोर-शोर से सफाई तथा गंदा पानी की निकास का कार्य किया जा रहा है. हालांकि इस घाट का धार्मिक महत्व होने के बावजूद शहर के कई मुहल्लों का गंदा नाला सालों भर इसी में गिराया जाता है. इस घाट पर अंबेर, शेखाना, ईमादपुर, मोहद्दीनगर, पंचअगनमा आदि मोहल्लों के हजारों लोग भगवान सूर्य को अर्घ देने के लिए आते हैं.छठ व्रत को शांतिपूर्ण व स्वच्छता पूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार छठ घाटों की साफ-सफाई पर नजर रखी जा रही है. प्रखंडों में बीडीओ तो अनुमंडलों में एसडीओ द्वारा घाटों का निरीक्षण किया जा रहा है. जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम तथा पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका द्वारा भी प्रसिद्ध बड़गांव सूर्य मंदिर तालाब सहित अन्य छठ घाटों का निरीक्षण कर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिया गया है. अधिकांश छठ घाटों पर युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है.
जिले के प्रमुख छठ घाट
बाबा मणिराम अखाड़ा,कोसूत पंचाने नदी, मघड़ा तालाब,मोरा तालाब
टिकुलीपर बिहार क्लब का तालाब
सूर्य मंदिर सोहसराय का तालाब
बसार विगहा सोहसराय
शिवपुरी-पटेल नगर का तालाब
ईमादपुर छठ घाट, शकुनत छठ घाट
पंचाने नदी में वियावानी घाट
बड़गांव सूर्यमंदिर तालाब
औंगारी सूर्यमंदिर तालाब
धनेश्वर घाट तालाब
रेलवे स्टेशन बिहारशरीफ
आशानगर धोबी टोला
महलपर स्थित छठ घाट
लोहगानी छठ घाट
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