वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
पढ़ाई के साथ-साथ जीवन में कला का महत्व कितना है, यह बात जिला स्कूल में आयोजित कला उत्सव में साबित हो गई. सोमवार को सर्व शिक्षा अभियान की ओर से आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों ने अपनी कला का शानदार प्रदर्शन किया. इसका उद्घाटन करते हुए जिला शिक्षा कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) सुजीत कुमार दास ने कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों की बहुमुखी प्रतिभा को निखारते हैं और ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को आगे आने का मौका देते है. इस कला उत्सव में नृत्य, नाटक, गायन, मूर्तिकला और चित्रकला सहित कई विधाओं में प्रतियोगिताएं आयोजित की गई. कार्यक्रम के दौरान संगीत गायन में 28 स्कूलों और समूह गायन में 56 स्कूलों के छात्रों ने हिस्सा लिया. इसके अलावा, दृश्य कला में 14, खेल-खिलौना में 15 और चित्रकला में 59 प्रतिभागियों ने अपनी कला का हुनर दिखाया. डीपीओ ने कहा कि जब शिक्षा के साथ कलात्मक सृजन जुड़ता है, तभी उसका मूल उद्देश्य पूरा होता है. उन्होंने कहा कि कला के विभिन्न आयाम छात्रों को शिक्षा के दर्शन को आत्मसात करने में मदद करते हैं. कार्यक्रम का संचालन प्रकाश मिश्रा ने किया, जबकि पूरे दिन का शिड्यूल संभाग प्रभारी मनोज कुमार के मार्गदर्शन में चला. आयोजन में तकनीकी सहयोग विकास कुमार ने किया. कला उत्सव का समापन मंगलवार को होगा.ये रहे विजेता:
संगीत गायन:
गुनगुन ठाकुर, उच्च विद्यालय रेवा
अकांक्षा, उच्च विद्यालय रोहुआमाधवी रंजन, रमेश रानी बालिका उच्च विद्यालयसमूह गायन:
मुखर्जी सेमिनरीउमवि. चांदपुरा, पारू
उच्च विद्यालय, पोखरैरा, सरैयाचित्रकला:रागिनी कुमारी, नवराष्ट्र उवि., पताही
बाबी कुमार, किलकारीविपाशा कुमारी, राधा कृष्ण केडियादृश्य कला:
मुन्नी कुमारी, यूएचएस तेलियाअनुष्का कुमारी, नवराष्ट्र उच्च विद्यालय, पताही
नेहा कुमारी, गांधी जानकी उवि., मड़वनखेल-खिलौना:अखिलेश कुमार और रौशनी कुमारी, कलकारी
ललित कुमारी, मुखर्जी सेमिनरीपल्लवी ठाकुर, प्रभात तारा
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

