Bihar News: मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड में आवासीय प्रमाण पत्र के लिए किया गया एक आवेदन प्रशासन के लिए किसी मज़ाक से कम नहीं था. 24 जुलाई को आए इस ऑनलाइन आवेदन में नाम ‘दरिंदा’, पिता का नाम ‘राक्षस’ और मां का नाम ‘कराफटन’ दर्ज था. इतना ही नहीं, फोटो के स्थान पर किसी व्यक्ति की तस्वीर की बजाय एक कार्टून अपलोड किया गया था.
यह आवेदन खेतलपुर, औराई प्रखंड के पते के साथ दर्ज हुआ था. जब राजस्व कर्मी ने दस्तावेजों की जांच की तो उन्हें पूरा आवेदन संदिग्ध लगा. बिना समय गंवाए आवेदन को निरस्त कर वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई.
FIR दर्ज साइबर टीम सक्रिय
मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्व विभाग ने तुरंत औराई थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन भेजा. इसके बाद पुलिस और साइबर टीम ने मिलकर जांच शुरू कर दी है. तकनीकी जांच के जरिए आवेदन करने वाले व्यक्ति का आईपी एड्रेस और लोकेशन ट्रेस किया जा रहा है.
प्रशासन ने दी चेतावनी
अनुमंडल पदाधिकारी (पूर्वी) अमित कुमार ने बताया कि यह घटना न केवल प्रशासनिक व्यवस्था के साथ मज़ाक है, बल्कि सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग भी है. उन्होंने कहा“दोषियों की पहचान होते ही सख्त कार्रवाई की जाएगी. फर्जी नाम और दस्तावेज के आधार पर प्रमाण पत्र बनाने की कोशिश करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.”
बता दें कि मुजफ्फरपुर में हाल के महीनों में आवासीय प्रमाण पत्र के लिए फर्जी नाम और पहचान के इस्तेमाल के कई मामले सामने आ चुके हैं. कुछ समय पहले तो एक ‘डॉगी’ के नाम पर भी प्रमाण पत्र जारी हो गया था. इस घटना के बाद से प्रशासन लगातार सतर्क है, लेकिन इसके बावजूद नए-नए तरीके के फर्जी आवेदन आ रहे हैं.
अधिकारियों का कहना है कि अब हर ऑनलाइन आवेदन की जांच और भी बारीकी से की जाएगी. संदिग्ध मामलों में न सिर्फ आवेदन निरस्त होंगे, बल्कि आवेदक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि वे सरकारी सेवाओं का गलत इस्तेमाल करने वालों की सूचना तुरंत दें.

