वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर मुजफ्फरपुर शहर में इइएसएल कंपनी की तरफ से लगायी गयी अधिकतर एलइडी स्ट्रीट लाइट बंद है या फिर गायब हो गया है. इससे नगर निगम को प्रतिदिन एक दर्जन से अधिक शिकायतें विभिन्न मोहल्ले से मिल रही है. इसके अलावा महापौर, उपमहापौर व पार्षद के माध्यम से शिकायत पहुंचती है. इन शिकायतों के निपटारे के लिए नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने निगम कर्मियों की दस टीमें बनायी है, जिसे रोजाना शहरी क्षेत्र के जिन-जिन मोहल्ले में लाइट खराब है. इसका सर्वे कर इइएसएल व नगर निगम के माध्यम से मरम्मत कराने का काम होगा. टीम सफाई से जुड़े अंचल निरीक्षक के नेतृत्व में बनी है. एक मिस्त्री को दो अंचल की जिम्मेदारी तय की गयी है. सभी अंचल निरीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्र में बंद या गायब एलइडी स्ट्रीट लाइट की जानकारी जुटा मरम्मत कराना है. बता दें कि इइएसएल के माध्यम से शहरी क्षेत्र में 14061 लाइट लगी थी. इसमें से लगभग ढाई हजार लाइट गायब हो चुकी है. लगभग दाे हजार के आसपास लाइट बंद है. ऐसे में इइएसएल को बार-बार मरम्मत कराने को कहा जा रहा है. लेकिन, एजेंसी मरम्मत करने से हाथ खड़ा कर रही है. अब तक नगर निगम की तरफ से इइएसएल के क्षेत्रीय प्रबंधक को कई बार पत्र भी लिखा जा चुका है. लेकिन, कोई सुनवाई नहीं है. नगर निगम बोर्ड मीटिंग में भी मेयर, उप मेयर सहित पार्षद ईईएसएल की कार्यशैली को लेकर सवाल उठा चुके हैं. लेकिन, कोई असर एजेंसी पर नहीं पड़ रही है.
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