मुजफ्फरपुर. अहियापुर थाना क्षेत्र के न्यू जीरोमाइल-बैरिया रोड स्थित एक वाहन एजेंसी के जीएम रंजीत कुमार सिंह ने अपने रक्सौल ब्रांच के चार कर्मियों पर जालसाजी कर गबन का आरोप लगाते हुए अहियापुर थाने में एफआइआर दर्ज करायी है. समें विकास सत्यम, सोनू कुमार, अनूप नारायण, अय्याज अली और प्रेमकला कुमारी को आरोपित किया है. थाने में दर्ज प्राथमिकी में रंजीत कुमार सिंह ने बताया है कि वाहन एजेंसी एक ब्रांच रक्सौल में भी खोला गया है. जिसकी देख रेख पश्चिम चंपारण के डुमरा जैतीया के विकाश सत्यम करते है.उनके सहयोग के लिए सोनू कुमार, अनूप नारायण मिश्रा, अय्याज अली, प्रेमकला कुमारी को रखा गया था. इनलोगों का काम ग्राहक की जांच कर गाड़ी बुकिंग करवाना और उस पैसे को कंपनी के खाते में स्थानांतरित करवाना होता है. इनलोगों को पता है कि गाड़ी बुकिंग व बिक्री तक ग्राहक से मात्र 1.99 लाख रुपया नगद लेना है. जो मुजफ्फरपुर शोरूम के काउंटर पर जमा होता है. बीते साल 21 सितंबर से पूर्व विकाश सत्यम ने आर्यन अग्रवाल को लेकर मुजफ्फरपुर शोरूम पर आये थे. आर्यन अग्रवाल को गाड़ियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी थी. जिसके आधार पर आर्यन को ऑनलाइन 11 हजार रुपये भुगतान कर आर्टिगा गाड़ी बुक किया गया. 30 जनवरी 2025 को आर्यन के द्वारा कंपनी के नंबर पर सम्पर्क कर शिकायत किया गया कि बीते साल 24 सितंबर को आठ लाख रुपये विकाश सत्यम के द्वारा प्राप्त कर एक रसीद दिया गया. जिस पर रक्सौल ब्रांच कर मुहर लगाया गया है. जबकि वहां वाले ब्रांच के मुहर का अधिकार नहीं रखा गया है. आर्टिगा की डिलेवरी भी कर दी गयी .गाड़ी का टैक्स इनवॉइस मेरे नाम से दिया गया है. लेकिन आज तक पंजीयन प्रमाण पत्र, बीमा आदि का कागज अभी तक नहीं दिया गया है. जांच के दौरान पाया गया कि विकास सत्यम का हस्ताक्षर तो है. लेकिन कंपनी से निर्गत नहीं है. इस दौरान पूरी तरह जाली पाया गया. जांच में यह भी पता चला कि विकाश सत्यम पूर्व में भी दरभंगा ब्रांच में काम करने के दौरान गबन किया है. अहियापुर थानेदार रोहन कुमार ने बताया कि मामले में एफआइआर दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है.
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