Bihar News: मुजफ्फरपुर में जल संसाधन विभाग की सहायक अभियंता महिमा कुमारी (29) की हत्या के मामले में सदर थाने की पुलिस टीम ने असम जाकर जांच की. पुलिस ने महिमा के कॉलेज टाइम के इंजीनियर दोस्त से सात घंटे तक पूछताछ की, लेकिन हत्याकांड से संबंधित कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है.
महिमा के इंजीनियर दोस्त से CDR के आधार पर पूछताछ
महिमा के इंजीनियर दोस्त से पूछताछ मोबाइल के सीडीआर के आधार पर की गई, जिसमें उन्होंने बताया कि कॉलेज टाइम में उनकी गहरी दोस्ती थी. लेकिन बाद में जब महिमा की नौकरी जल संसाधन विभाग में लग गई और उनका इंजीनियर दोस्त बेंगलुरु चला गया, तो दोनों के बीच बातचीत कम हो गई थी. बाद में इंजीनियर की असम में पोस्टिंग होने के बाद संपर्क और भी कम हो गया था.
पुलिस मैनुअल और तकनीकी जांच पर कर रही है काम
महिमा कुमारी की हत्या सदर थाना क्षेत्र के प्रजापति नगर मोहल्ला स्थित उनके फ्लैट में 24 फरवरी 2024 को हुई थी. इस घटना के छह दिन बाद एक साल पूरा हो जाएगा, लेकिन अब तक पुलिस को हत्या से जुड़ा कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है. पुलिस मैनुअल और तकनीकी इनपुट के आधार पर जांच कर रही है, और महिला के विभाग और पुराने दोस्तों से पूछताछ की जा चुकी है. महिमा के मोबाइल की भी पटना की आर्थिक अपराध इकाई ने जांच की, लेकिन उसमें भी कोई संदिग्ध कॉल या व्हाट्सएप चैट नहीं मिला. इसके अलावा, NIA की टीम द्वारा भी मामले की जांच की गई थी.
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पुलिस की नई आशंका: लूटपाट के दौरान हत्या?
एक साल की लंबी जांच के बाद भी पुलिस को महिमा की हत्या के पीछे कोई साजिश या पूर्व नियोजित योजना का सुराग नहीं मिला है. अब पुलिस की जांच में यह भी सवाल उठाया जा रहा है कि क्या किसी स्मैकियर ने लूटपाट के दौरान महिमा की हत्या की हो. पुलिस ने अब इस संदर्भ में भी साक्ष्य इकट्ठा करना शुरू कर दिया है, ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके.