सदर अस्पताल में वसूला जा रहा 50 से 100 रुपये
हर डोज के लिए देना पड़ रहा है मरीजों को पैसावरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
Muzaffarpur
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सदर अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने के लिए लोगों को पैसे खर्चने पड़ रहे हैं. जबकि यह सभी के लिए मुफ्त है. कुत्ता काटने के बाद यह इंजेक्शन लगवाना जरूरी है.एक डोज के लिए मरीजों को पचास से एक सौ रुपये तक देना पड़ रहा है. शनिवार को जब एक मरीज ने पैसा देने से इनकार कर दिया तो उसे इंजेक्शन लगाने से ही मना कर दिया गया. इसी बात पर मरीज के परिजनों ने हंगामा किया. हालांकि सुरक्षा गार्ड के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ. मरीज का कहना था कि इंजेक्शन देने के बाद स्वास्थ्य कर्मी कहते हैं कि कुछ दे दीजिएगा, अगर पैसा नहीं देते हैं तो बदसलूकी की जाती है. हर मरीज से सौ से पचास रुपये स्वास्थ्य कर्मी लेते हैं.आरोप गलत, एक भी पैसा नहीं लिया
इंजेक्शन लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मी ने कहा कि मरीज गलत आरोप लगा रहे हैं. किसी भी मरीज से पैसा नहीं लिया जा रहा है. हर दिन बीस से पचीस मरीज इंजेक्शन लगवाने आते हैं. ऐसे में हर दिन भीड़ भी अधिक रहती है. ब्रह्मपुरा से आकाश कुमार एंटी रैबीज का इंजेक्शन लेने आये थे. कतार में घंटों खडे़ रहने के बाद जब इंजेक्शन लेने पहुंचे तो उन्हें स्वास्थ्य कर्मियों ने पहले कहा कि कुछ दे दीजियेगा. इस बात पर उन्होंने कहा कि इंजेक्शन तो मुफ्त में मिलता है. इसका पैसा क्यों मांग रहे हैं? इस बात पर स्वास्थ्य कर्मी ने कहा कि पैसा देना होगा, तभी इंजेक्शन लगाऊंगा. इस पर अन्य मरीजों ने विरोध किया और हंगामा करने लगे. इसके बाद मरीज सीएस कार्यालय पहुंचा और इसकी शिकायत की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है