वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
Muzaffarpur News
कैंसर, बीपी, शुगर समेत अन्य नाॅन कम्युनिकेबुल डिजीज की जांच आशा कार्यकर्ता करेंगी. पिछले महीने आशा को सदर अस्पताल स्थिति डीआइइसी सभागार में इसकी ट्रेनिंग दी गयी है. इस महीने से आशा अपने-अपने क्षेत्र में जांच करना शुरू कर दी हैं. ट्रेनिंग लेने वाले आशा काे एनसीडी विभाग ने सर्टिफिकेट भी दिया है.सीएस डाॅ अजय कुमार ने आशा काे कहा है कि भागदाैड़ भरी इस जिंदगी में लाइफस्टाइल में काफी बदलाव आया है. इससे कई प्रकार की बीमारियां हाेने लगी हैं. सबसे अधिक बीपी, शुगर व कैंसर से लाेग पीड़ित हो रहे हैं. इससे बचाव के लिए स्क्रीनिंग कर उनकी पहचान करनी है.कैंसर भी है अब आम बीमारी
एनसीडीओ डाॅ नवीन ने कहा कि खानपान की अनियमितता और रहन-सहन में कई प्रकार की असहज स्थितियाें के कारण कई प्रकार की बीमारियां सामने आयी हैं. बीपी-शुगर ताे आम बात हाेती जा रही है. बड़ी संख्या में लाेग कैंसर से भी पीड़ित हाे रहे हैं.यदि समय पर इलाज शुरू हाे जाये ताे इस बीमारी से बचाया जा सकता है. कहा कि बीमारी हाेने पर घबराने की जरूरत नहीं है. जरूरत सिर्फ इस बात की है कि संयमित जीवन शैली जिया जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है