22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

लेटेस्ट वीडियो

मनियारी थाने की एएलटीएफ की स्कॉर्पियो पर लगा था फर्जी नंबर प्लेट, असली मालिक ने किया हंगामा

मनियारी थाने की एएलटीएफ की स्कॉर्पियो पर लगा था फर्जी नंबर प्लेट, असली मालिक ने किया हंगामा

Audio Book

ऑडियो सुनें

: पुराने एसएसपी कार्यालय के समीप खड़ी थी दोनों स्कॉर्पियो

: जांच के दौरान पुलिस की स्कॉर्पियो का एक नंबर था चेंज

: पुलिस को स्कॉर्पियो देने वाले ट्रांसपोर्टर को बुलाया थाने

संवाददाता, मुजफ्फरपुर

मनियारी थाने की एएलटीएफ विंग की स्कॉर्पियो पर फर्जी नंबर प्लेट लगा था. इसी पर सवार होकर पुलिस शराब व माफियाओं के खिलाफ छापेमारी करती थी. पुराने एसएसपी कार्यालय के सामने शुक्रवार को असली स्कॉर्पियो की मालिक ने अपनी गाड़ी का नंबर प्लेट दूसरी गाड़ी पर लगा देखा तो वह जमकर हंगामा करने लगा. इसके बाद काफी संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर जुट गयी. दोनों गाड़ी के चालकों में मारपीट की स्थिति उत्पन्न हो गयी. इस बीच पीआइआर पर मामले की सूचना मिलने के बाद तुरंत नगर थाने की पुलिस पहुंची. दोनों गाड़ी व चालक को थाने ले आयी. छानबीन के दौरान पता चला कि वैशाली जिले के गोरौल थाना के बहादुरपुर निवासी मो. रिजवान ने बीआर 06 पीडी 4739 नंबर की स्कॉर्पियो 2017 में खरीदी थी. इसका आठ सितंबर 2017 को रजिस्ट्रेशन हुआ था. वहीं, दूसरी गाड़ी जिस पर मनियारी थाने की पुलिस चढ़ रही थी. वह सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया थाना के सतपुरवा निवासी यासमीन के नाम पर है. उसका नंबर बीआर 06 पी इ 4739 है. मुजफ्फरपुर डीटीओ से इसका 30 सितंबर 2019 को रजिस्ट्रेशन है. यह गाड़ी ट्रांसपोर्टर विवेक राज लीज वाहन मालिक से लीज पर लेकर जिला पुलिस को दो साल पहले दिया था. पिछले एक साल से यह गाड़ी मनियारी थाने में चल रही थी. लेकिन, उस गाड़ी पर जो नंबर प्लेट लगा था उसमें पीइ की जगह पीडी लिखा था. असली मालिक मो. रिजवान के भाई का कहना है कि उसकी गाड़ी कभी भी मनियारी नहीं गयी. वहां के टोल पर टैक्स कट गया था. नगर थानेदार असली मालिक मो. रिजवान व ट्रांसपोर्टर से पूरे मामले में विस्तृत पूछताछ कर रहे हैं. मनियारी थानेदार देव व्रत कुमार ने बताया कि उनके थाने में एएलटीएफ में गाड़ी चलती है. उसी से शुक्रवार को कोर्ट का काम करने आये थे. गाड़ी ट्रांसपोर्टर से हायर किया गया है.

मो. रिजवान के भाई सनाउल्लाह ने बताया है कि उसका भाई सिलीगुड़ी में व्यवसायी है. उन्होंने 2017 में स्कॉर्पियो खरीदी थी. कुछ माह से उनकी गाड़ी का मनियारी में टोल टैक्स कट जाता था. जबकि उनकी स्कॉर्पियो कभी मनियारी नहीं गयी. शुक्रवार को वे लोग जरूरी काम से शहर आये थे. यहां पुराने एसएसपी कार्यालय के समीप अपनी गाड़ी खड़ी की थी. इस बीच उनके ही स्कॉर्पियो का नंबर लगा एक दूसरी गाड़ी आयी उसपर पुलिस लिखा था. जब गाड़ी के नजदीक जाकर देखे तो उसका ही नंबर प्लेट लगा था. इसके बाद चालक से पूछा तो हंगामा करने लगा. फिर पुलिस को सूचना दी.

ट्रैवल एजेंसी संचालक ने कहा-गलती से एक नंबर हो गया मिस प्रिंट

ट्रैवल एजेंसी संचालक विवेक राज ने बताया कि दोनों स्कॉर्पियो का नंबर में एक अंक का अंतर है. मानवीय भूल के कारण एक नंबर मिस प्रिंट हुआ है. वह पिछले कई साल से बिहार पुलिस व रेलवे को गाड़ी उपलब्ध करवाते आ रहे हैं. पहली बार इस तरह की घटना हुई है. मो. रिजवान की गाड़ी का जितना टोल टैक्स कटा है, वह भरने को तैयार है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel