सल्लो खातून ने बताया कि उसके शौहर दर्जी हैं. ऐसे में वह इतनी बड़ी रकम की कल्पना भी नहीं कर सकती. यह कैसे हुआ, मालूम नहीं. ग्राहक सेवा केंद्र संचालक त्रिभुवन ने बताया कि खाता में आधार नंबर जुड़ा हो, तो दूसरे बैंक खाते से पैसे की निकासी हो जाती है. सल्लाे ने एक हजार की निकासी की. उसके बाद जो बैलेंस आया, वह चौंकाने वाला था. परची में गड़बड़ी कैसे हुई, पता नहीं. सेंट्रल बैंक जारंग के शाखा प्रबंधक कौशल किशोर ने बताया कि जिस खाते की बात कही जा रही है, उसमें महज 376 रुपये हैं. इसमें अब तक कोई बड़ी राशि नहीं आयी है.
गौरतलब है कि सल्लो का सेंट्रल बैंक की जारंग शाखा में खाता है. उसमें वृद्धावस्था पेंशन के पैसे आये थे. उसकी निकासी के लिए वह मकरंदपुर स्थित एसबीआइ के ग्राहक सेवा केंद्र पहुंची. एक हजार रुपये की निकासी की. इसके बाद जो रसीद मिला उसपर बैलेंस 88.62 लाख रुपये था. यह जान कर महिला बेचैन हो गयी. पति को जानकारी दी.