हथौड़ी : थाना क्षेत्र के मधपुरा गांव में मंगलवार की देर रात तेज हथियार से गला रेत कर रामबाबू ओझा (70) की हत्या कर दी गयी. बुधवार की सुबह जब परिजन दरवाजे पर निकले, तो देखा कि बिछावन खून से लथपथ था. हत्या की खबर सुनते ही आसपास के गांवों में सनसनी फैल गयी. घटनास्थल पर सैकड़ों की संख्या में लोग जुट गये.
वहीं, हथौड़ी व कटरा थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गयी. पुलिस ने रामबाबू ओझा के छोटे भाई स्व विश्वनाथ ओझा की पत्नी पवित्री देवी के आवेदन पर मामला दर्ज कर लिया है. इसमें मुक्तेश्वर ओझा के पुत्र अशोक ओझा व देवरत्न ओझा पर हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस ने अशोक ओझा को गिरफ्तार कर लिया है.
बताया जाता है कि रामबाबू ओझा अम्मा गांव के रहनेवाले थे. पिछले 10 वर्षों से अपनी भतीजी उषा देवी, पति उदय कुमार के यहां मधपुरा गांव में रह रहे थे. उनकी कोई संतान नहीं थी. उन्होंने अपने हिस्से की जमीन अपनी भतीजी को दे दी थी. जबकि, कुछ जमीन बची हुई थी. इस पर उनका भतीजा अशोक ओझा अपना हक जमाना चाहता था. इसके चलते चार दिन पहले भतीजे से कहासुनी हुई थी. ग्रामीणों ने बीच बचाव के बाद मामले को शांत करा दिया. इसी बीच उनकी हत्या हो गयी.
ग्रामीणों की सूचना पर हथौड़ी व कटरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंच मामले की छानबीन की. मौके पर डॉग स्क्वायड की टीम भी पहुंची. डॉग स्क्वायड करीब एक किलोमीटर मधपुरा सड़क की ओर बढ़ा, लेकिन उसके बाद वहीं पर बैठ गया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है. हथौड़ी थानाध्यक्ष राजपत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अशोक ओझा से पूछताछ की जा रही है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. इधर, शाम करीब तीन बजे डीएसपी पूर्वी गौरव पांडेय ने भी मामले की तहकीकात की.
बताया जाता है कि रामबाबू ओझा बहुत ही सुलझे हुए व्यक्ति थे. उनका आज तक किसी से विवाद नहीं हुआ था. कई वर्ष पहले रामबाबू झा के भाई लक्ष्मण ओझा ने अपने ही पिता अंबिका ओझा, भाई व मां की एक साथ हत्या कर दी थी. बाद में वह भी विक्षिप्त होकर मर गया.