मुजफ्फरपुर : चांदनी चौक से सोमवार की देर रात तीन अलग-अलग गाड़ियों से एक करोड़ 12 लाख 50 हजार रुपये की बरामदगी में 18 घंटों से जांच जारी है. मंगलवार को इनकम टैक्स के ज्वाइंट कमिश्नर प्रणव कोले अहियापुर थाने पहुंचे. देर शाम तक कैश के साथ हिरासत में लिये गये तीनों लोगों से इनकम टैक्स के वार्ड वन के आईटी अधिकारी विनोद कुमार के नेतृत्व में पूछताछ जारी थी.
तीनों की पहचान पटना के रोहित अग्रवाल, रक्सौल के रंजन कुमार गुप्ता व रांची के रविंद्र कुमार चौधरी के रूप में हुई है. पूछताछ के बाद इनकम टैक्स व पुलिस को हवाला कारोबारी की तलाश है.
इनकम टैक्स अन्वेषण के उमेश कुमार ने बताया कि रंजन व रविंद्र पैसे पहुंचाने के लिए कैरियर का काम करते है. रंजन गुप्ता तीन माह से यह धंधा कर रहा है. पटना से रक्सौल रुपया पहुंचाने पर उसे प्रति खेप पांच सौ और प्रति लाख 50 रुपये कमीशन मिलता है. अभी तक वह 12 बार पटना से रक्सौल रुपये पहुंचा चुका है. प्रत्येक खेप में 15 से 20 लाख रुपया होता था. रविंद्र ने बताया है कि वह डेढ़ माह से काम कर रहा है. हवाला कारोबारी उसे 12 हजार वेतन देता है.
इसके साथ ही प्रत्येक खेप में एक हजार रुपये और खाना का खर्च मिलता है. वह मुजफ्फरपुर से तीन बार, सीतामढ़ी से एक बार रुपये की खेप पहुंचा चुका है. सीतामढ़ी से एक बार में साठ लाख रुपया ले गया था, जबकि पटना से पहली बार 65 लाख रुपया ले जा रहा था. वहीं तीसरा रोहित अग्रवाल का कहना है कि वह व्यवसायी है. कर्ज लेकर वह रुपये व्यापार करने के लिए रक्सौल जा रहा था. देर रात उसके पिता व साला अहियापुर थाने पहुंच गये थे. इधर, एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि हिरासत में लिये गये तीनों लोगों ने बरामद पैसे के संबंध में कोई ठोस साक्ष्य नहीं दिये हैं.जिला पुलिस व इनकम टैक्स के अधिकारी उनसे गहनता से पूछताछ कर रहे हैं.
इनकम टैक्स विभाग से एसएसपी मनोज कुमार को सूचना मिली थी कि कुछ लोग नकदी लेकर मुजफ्फरपुर के रास्ते रक्सौल जाने वाले हैं. सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम ने चांदनी चौक पर वाहन चेकिंग लगायी. इसके बाद तीन अलग-अलग वाहनों से 1.12 करोड़ रुपये बरामद किये गये थे. मौके से तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है.