मीनापुर : दरभंगा में हादसे में मरे तीनों युवकों का अंतिम संस्कार मंगलवार को कर दिया गया. सोमवार की शाम साढ़े चार बजे जब एक ही एम्बुलेंस पर तीनों शव गांव पहुंचा तो अलाउद्दीन नट के घर पर लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी थी. वहां पर मृतक महेश के परिजन मुआवजे की मांग पर अड़ गये.
इसको लेकर कई घंटे तक वहां पर तनाव की स्थिति रही. सुबह तक शव वहीं पर पड़ा रहा. अलाउद्दीन नट के बेटे व दामाद का शव उतर गया लेकिन महेश का शव एंबुलेंस पर ही पड़ा रहा. स्थानीय लोगों ने परिजनों को समझा कर शव का उतरवाया. सुबह होने पर महेश के परिजन सड़क जाम करने की योजना बनाने लगे.
महेश के परिजनों का कहना था कि उसके घर पर दुखों का पहाड़ टूट गया है. दो बेटियों का शादी कैसे होगी. पत्नी का जीवनयापन कैसे होगा. इधर, बेटा व दामाद खोने से अलाउद्दीन गमगीन थे. लोगो ने सड़क जाम करने की धमकी देने लेगे. इसके बाद वहां पर प्रशासन के अधिकारी पहुंचे. बाद मे महापंचायत से मामले का निबटारा हुआ. बताया जाता है कि अलाउद्दीन ने कुछ राशि महेश के परिजनों को दिया. उसके बाद परिजन मान गये.