मुजफ्फरपुर: सदर अस्पताल में शुक्रवार को निगरानी विभाग के प्रशिक्षु आइएएस का हवाला देकर दो युवक पहुंचे. अस्पताल के निरीक्षण के क्रम में उन्होंने महिला कर्मचारियों से र्दुव्यवहार करते हुए सिविल सजर्न ज्ञान भूषण को भी खामियां गिनाते हुए डांट दिया.
लेकिन थोड़ी ही देर में उनकी पोल खुल गयी. मौके पर ही दोनों की जम कर धुनाई की गयी. उनकी पहचान इलाहाबाद निवासी शिखर सिंह व रांची निवासी मो नजामुद्दीन के रूप में की गयी है. फर्जी आइएएस अधिकारी के पकड़े जाने की सूचना पर अस्पताल में भीड़ जुट गयी. नगर पुलिस के पहुंचने पर दोनों को किसी तरह भीड़ के चंगुल से बचा कर थाने लाया गया. देर शाम मैट्रन नीरा मिश्र समेत आधा दर्जन एएनएम की शिकायत पर दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है.
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की सुबह 11.30 बजे के आसपास दोनों युवक सदर अस्पताल पहुंचे. अस्पताल के महिला वार्ड के लेबर रूम में पहुंच कर वहां कार्यरत एएनएम नूतन कुमारी व ग्रेड एक की परिचारिका अवधेश कुमारी को डांट-डपट करने लगे. डांटने की आवाज सुन कर हेड नर्स नीरा मिश्र वहां पहुंच गयी. अच्छे वेशभूषा में दोनों युवकों को देख उनका परिचय पूछा. परिचय पूछते ही दोनों ने बताया कि तुम लोगों को अभी पता चल जायेगा. दुबारा परिचय पूछने पर दोनों ने बताया कि शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री सदर अस्पताल का निरीक्षण करेंगे. वे दोनों निगरानी विभाग में कार्यरत प्रशिक्षु आइएएस हैं. उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय ने भेजा है. दोनों का परिचय जानते ही नर्स घबरा गयी. इसी बीच दोनों ने अस्पताल में कार्यरत एएनएम की संख्या पूछी. उन्हें बताया गया कि यहां पर फिलहाल बीस एएनएम कार्यरत हैं. संख्या जानते ही दोनों ने 15 खूबसूरत एएनएम को फौरन बुलाने को कहा. उनका कहना था कि वे उनलोगों के साथ मीटिंग करेंगे. वे लेबर रूम में रखे रजिस्टर व कागजात की जांच करने लगे. दोनों के कार्यकलाप से मैट्रन को शक हुआ. फिर से परिचय पूछने पर दोनों ने सरकारी कागजात को क्षतिग्रस्त कर दिया.
सीएस को डांटा
अस्पताल में आइएएस के पहुंचने की सूचना पर सीएस पहुंच गये. एएनएम की उपस्थिति में ही दोनों सीएस को खामियां गिनाते हुए डांटने लगे. लेकिन जब उनसे कुछ सवाल किये गये, तो उनकी पोल खुल गयी. पूछताछ में उनकी पहचान झारखंड के रांची स्थित डोरंडा थाना क्षेत्र के न्यू पारस टोली निवासी मो नजामुद्दीन व यूपी के इलाहाबाद के टाउन थाना क्षेत्र के अल्लापुर निवासी शिखर सिंह के रूप में की गयी.