मुजफ्फरपुर: जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य चलाने के लिए एक्शन प्लान बनाने को लेकर शुक्रवार को डीडीसी कवंल तनुज ने अंचल अधिकारियों के साथ बैठक कर कई दिशा-निर्देश दिये. समाहरणालय सभागार में हुई बैठक में बाढ़ आपदा से निबटने के लिए हर बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गयी. इसमें बताया गया कि बाढ़ संभावित टोलों की सूची अविलंब तैयार कर ली जाय. वहीं सीओ से उन स्थलों पर नाव की व्यवस्था जल्द करने को कहा गया, जहां बाढ़ आने की संभावना रहती है.
जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि जिले में 245 किमी तटबंध है. इसके निरीक्षण का काम चल रहा है. डीडीसी ने इस पर सोमवार तक निरीक्षण का कार्य हर हाल में पूरा कर लेने का निर्देश दिया. गायघाट के सीओ ने हरपुर व गोसाई टोला के पास तटबंध कमजोर होने की बात कही.
बताया कि विगत वर्ष उक्त स्थलों पर काफी कटाव हुआ था. इस पर डीडीसी ने अविलंब स्थलों का निरीक्षण कर कटाव रोधी कार्य युद्धस्तर पर कराने को कहा. बैठक में बाढ़ के दौरान बीमार व्यक्ति के समुचित इलाज की व्यवस्था करने के संबंध में भी विस्तार से चर्चा हुई. इसकी तैयारी पर सिविल सजर्न ज्ञानभूषण ने बताया कि जिले में काफी मात्र में जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध हैं.
दो लाख हैलोजन टेबलेट के साथ 70 बोरा डीडीटी पाउडर स्टोर किये गये हैं. अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि राहत स्टोर करने के स्थल व वितरण के समय की जानकारी संबंधित थानाध्यक्ष को समय से पहले दे दी जाये, ताकि किसी तरह का हंगामा या अन्य समस्या नहीं आ पाये. इधर, पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता के संभावित बाढ़ वाले इलाकों में चापाकल की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है. बैठक अपर समाहर्ता आपदा भानू प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.