मुंगेर. 21 अगस्त को वोटर अधिकार यात्रा को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के नेता मुंगेर आ रहे है. मुंगेर में ही रात्रि विश्राम का कार्यक्रम है. लेकिन रात्रि विश्राम के स्थल को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. स्थल को लेकर महागठबंधन के नेता एवं जिला प्रशासन आमने-सामने है.
समाहरणालय पहुंचे महागठबंधन के नेता, जताया विरोध
रात्रि विश्राम के लिए जगह का परमिशन नहीं मिलने के कारण महागठबंधन के नेता परेशान हैं. मंगलवार को वोटर अधिकार यात्रा प्रभारी सह अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के राष्ट्रीय सचिव निलांशु चतुर्वेदी, विधायक अजय कुमार सिंह, राजद नेता अविनाश कुमार विधार्थी उर्फ मुकेश यादव के नेतृत्व में दर्जनों महागठबंधन के नेता झंडा के साथ समाहरणालय पहुंच गये. बाद में निलांशु चतुर्वेदी व अन्य जिलाधिकारी निखिल धनराज से मिले. कुछ ही देर में एसडीओ सदर, एसडीपीओ सदर, डीसीएलआर भी पहुंच गये. लेकिन कोई ठोस निर्णय नहीं निकला. प्रशासनिक स्तर पर बताया कि हवाई अड्डा मैदान को आपदा की स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षित रखा गया है. जिस पर महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि कंटेनर इतना बड़ा है कि किला में वह प्रवेश नहीं कर सकता है. बीएमपी नवम व जेआरएस कॉलेज मैदान प्रबंधन देने से इंकार कर रहे हैं. जिस पर प्रशासन ने कहा कि सदर प्रखंड के समीप स्थित चरवाहा विद्यालय अथवा अस्पताल रोड स्थित जिला स्कूल मैदान में रात्रि विश्राम की व्यवस्था करें. लेकिन वार्ता को कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका.
यात्रा को बाधित करने का महागठबंधन ने लगाया आरोप
अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटि के सचिव एवं वोटर अधिकार यात्रा के प्रभारी निलांशु चतुर्वेदी ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के यात्रा को बिहार की सत्ता व प्रशासन बाधित करने का प्रयास कर रही है. यात्रा को डिसटर्व करने के लिए मुंगेर जिला प्रशासन द्वारा राहुल गांधी के रात्रि विश्राम के लिए जगह की अनुमति नहीं दी जा रही है. जबकि इसके लिए हमलोग पिछले तीन-चार दिनों से प्रयासरत है. उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय सांसद व मंत्री के इशारे पर जिला प्रशासन द्वारा महागठबंधन के नेताओं को परेशान किया जा रहा है. जबकि लोेकतंत्र में प्रशासन को संविधान के तहत अपनी जिम्मेदारी का पालन करना चाहिए. विधायक अजय कुमार एवं राजद नेता मुकेश यादव ने बताया कि हमलोगों ने जिला प्रशासन से हवाई अड्डा मैदान में रात्रि विश्राम की अनुमति के लिए परमिशन मांगा था. क्योंकि वहीं हेलीकॉप्टर उतरेगा. लेकिन उस जगह का क्या अन्य जगहों का भी परमिशन नहीं दिया जा रहा है. जो जिला प्रशासन के तानाशाही रवैया को दर्शाता है. अगर रात्रि विश्राम के लिए जगह का परमिशन नहीं मिला तो सभी कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय के समझ ही धारण पर बैठ जायेगे.
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