वार्ड संख्या 6 में पेयजल संकट गहराया, टंकी और जल मीनार का अबतक नहीं हुआ निर्माण
संग्रामपुर. नगर पंचायत, संग्रामपुर के गठन को दो वर्ष पूरे हो चुके हैं. लेकिन आज भी विकास कार्य केवल कागजों पर ही सीमित है. सरकार की महत्वाकांक्षी हर घर नल-जल योजना यहां ढाक के तीन पात वाली कहावत को चरितार्थ कर रहा है. तपती गर्मी में गिरते भू-जल स्तर ने स्थिति और भी भयावह बना दिया है और लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. खासकर वार्ड संख्या 6 के महादलित टोला में पेयजल संकट चरम पर है.जलमीनार व टंकी नहीं रहने से पानी की नहीं हो रही आपूर्ति
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि दो वर्ष पूर्व नल जल योजना के तहत बोरिंग तो करवा दिया गया, लेकिन आजतक जलमीनार और टंकी का निर्माण नहीं किया गया. जिसके कारण पानी की आपूर्ति मोटर के माध्यम से डायरेक्ट की जाती है. जिससे सड़कों पर पानी बहता रहता है और कीचड़ व गंदगी का अंबार लगा रहता है. पम्प चालक राकेश यादव ने बताया कि बोरिंग उनके निजी जमीन में हुआ है, लेकिन उन्हें आज तक किसी प्रकार का मानदेय नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि टंकी नहीं होने की वजह से प्रतिदिन स्थानीय लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ती है.डायरेक्ट चलने से सड़कों पर बहता है पानी
वार्डवासियों का आरोप है कि जलापूर्ति के लिए बिछाई गयी पाइपलाइन जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है और कई मोहल्लों में आजतक पाइपलाइन का पाइप ही नहीं बिछाया गया है. महादलित टोला की महिलाएं रेणु देवी, ललिता देवी, बुधनी देवी ने बताया कि सप्लाई के समय पानी सड़कों पर बहता है. जिससे गली कीचड़मय हो जाता है और आवाजाही में दिक्कत होती है. उपेंद्र मांझी ने बताया कि योजना के तहत बोरिंग में एक विशेष केमिकल का इस्तेमाल होना था. जिससे पानी में कजली नहीं जमती, लेकिन अबतक उसका उपयोग नहीं किया गया.कई बार विभागीय अधिकारियों और संवेदक के साथ जिलाधिकारी को भी आवेदन दिया गया. बावजूद आजतक कोई पहल नहीं की गयी. उन्होंने कहा कि अगर शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा.
राजेश केसरी, वार्ड पार्षदB
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