– बाढ़ के कारण दूषित पानी व बदलते मौसम ने बढ़ाये टाइफाइड, मलेरिया, बुखार व दस्त के मामले
प्रतिनिधि, मुंगेरबारिश के बाद अब बाढ़ ने जिले में डेंगू संक्रमण का खतरा बढ़ा दिया है. बाढ़ के कारण दूषित पानी व बारिश के कारण बदलते मौसम ने इन दिनों टाइफाइड, मलेरिया, बुखार व डायरिया के मामलों में बढ़ोतरी कर दी है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अगस्त माह के नौ दिनों में टाइफाइड के चार व तेज बुखार के 17 मरीज सदर व डायनिया के 21 मरीज अस्पताल में इलाज के लिए आ चुके हैं. जबकि हाल ही में सदर अस्पताल में डायरिया से एक मरीज की मौत भी हो चुकी है. अधिकांश मरीज बाढ़ प्रभावित इलाकों से है.
डेंगू से निपटने को तैयार विभाग
मुंगेर. हालांकि अब तक जिले में डेंगू का एक भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन बारिश और बाढ़ के कारण बुखार के मरीजों की संख्या में वृद्धि के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू की आशंका को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. सिविल सर्जन डॉ रामप्रवेश प्रसाद ने बताया कि मानसून या बाढ़ के बाद ही डेंगू के मामले सबसे अधिक बढ़ते हैं. मौजूदा मौसम में डेंगू के मामले सामने आते हैं. हालांकि अब तक जिले में डेंगू का एक भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को डेंगू के संभावित आगमन के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए सभी प्रखंडों को रैपिड टेस्टिंग किट उपलब्ध करा दी गयी है. साथ ही, स्वास्थ्य संस्थानों में तेज बुखार से पीड़ित मरीजों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में डेंगू की एलाइजा जांच के लिए लगभग 350 किट उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि डेंगू के लक्षण दिखने वाले मरीजों की त्वरित जांच की जाएगी.
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