मुंगेर.
मुंगेर विवि में सरकार द्वारा 20 पीजी विभागों के लिये पद सृजन की स्वीकृति भले ही दे दी है, लेकिन इसमें वर्तमान में संचालित बांग्ला तथा संस्कृत विषय के पीजी विभाग के लिये पद की स्वीकृति नहीं है. जबकि सरकार द्वारा दो नये विषय बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन तथा बायोटेक्नोलॉजी विषय के पद की स्वीकृति दी गयी है. जिसकी पढ़ाई विश्वविद्यालय में नहीं होती है. शिक्षा विभाग के उप सचिव अमित कुमार पुष्पक ने महालेखाकार पटना को एमयू के पीजी विभागों के लिये मिली पद स्वीकृति से संबंधित पत्र भेजा है. जिसके अनुसार एमयू के लिये कुल 20 पीजी विभागों के पद की स्वीकृति सरकार से मिली है. हलांकि इस सूची में वर्तमान में एमयू के अंतर्गत संचालित संस्कृत और बांग्ला विषय के पीजी विभागों के लिये पद की चर्चा नहीं है. जबकि इसकी जगह बायोटेक्नोलॉजी तथा बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विषय के पीजी विभाग के लिये पद की स्वीकृति है. हलांकि एमयू में न तो एमबीए की पढ़ाई होती है और न ही बायोटेक्नोलॉजी में पीजी की पढ़ाई होती है.20 पीजी विभागों के लिये 167 पदों की स्वीकृति
एमयू के जिन 20 पीजी विभागों के लिये पदों की स्वीकृति मिली है. उसमें वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान, रसायनशास्त्र, भौतिकी, बायोटेक्नोलॉजी, गणित, हिंदी, अंग्रेजी, दर्शनशास्त्र, उर्दू, संगीत, अर्थशास्त्र, भूगोल, इतिहास, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, गृहविज्ञान, वाणिज्य तथा बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन शामिल है. इसमें कुल 167 पदों के लिये स्वीकृति मिली है. जिसमें शिक्षकों के कुल 120 तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के कुल 47 पद शामिल हैं. वहीं प्रत्येक पीजी विभाग के लिये प्राध्यापक के एक, सह प्राध्यापक के 2 तथा सहायक प्राध्यापक के 3 पद के अतिरिक्त निम्न वर्गीय लिपिक के 2 पदों की स्वीकृति मिली है. हलांकि इसमें कुछ पीजी विभागों के लिये शिक्षकेत्तर कर्मियों के पदों में भंडारपाल तथा लैब इंचार्ज पद की स्वीकृति भी मिली है.एमयू ने मांगी थी 29 पीजी विभागों के पद की स्वीकृति
ओएसडी डॉ प्रियरंजन तिवारी ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा कुल 29 पीजी विभागों के लिये पद सृजन की स्वीकृति मांगी गयी थी. जिसमें वर्तमान में संचालित 20 पीजी विभाग के अतिरिक्त बायो टेक्नोलॉजी, एमबीए, फूड एंड न्यट्रिशियन, कंप्यूटर एंड साइंस टेक्नोलॉजी, योग आदि विषयों के लिये भी पीजी की पढ़ाई आरंभ करने को लेकर पद की स्वीकृति मांगी गयी थी. हलांकि जिन पीजी विभागों के लिये पद की स्वीकृति नहीं मिली है. उसके लिये दोबारा सरकार को प्रस्ताव भेजा जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

