पीसीएमडी ने 33 लाख रुपये वाली अल्ट्रासाउंड मशीन का किया उद्घाटन
जमालपुर. जमालपुर एक छोटा सा रेल नगर है. जहां रेलकर्मियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिये पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल जमालपुर को अब पूरी तरह विकसित और सक्षम बनाया जा रहा है. यह बातें शुक्रवार को पूर्व रेलवे के प्रिंसिपल चीफ मेडिकल डायरेक्टर ( पीसीएमडी ) नटराजन बसप्पा ने पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल में कही. वह यहां अतिआधुनिक अल्ट्रासाउंड मशीन का उद्घाटन करने पहुंचे थे.उन्होंने कहा कि सबसे पहले यहां ऑपरेशन थिएटर में उपयोगी एक्सरे मशीन की व्यवस्था की जाएगी, क्योंकि यह मशीन आज मेडिकल साइंस में अत्यंत ही आवश्यक माना गया है. इसके अतिरिक्त जमालपुर में सिटी स्कैन की प्राइवेट में कहीं व्यवस्था नहीं है. जहां इसकी व्यवस्था है. वहां का रिजल्ट स्पष्ट नहीं है. इसलिए पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल जमालपुर में जल्द ही अति आधुनिक सिटी स्कैन मशीन की भी व्यवस्था की जायेगी. उन्होंने कहा कि पूर्व रेलवे कोलकाता मुख्यालय जमालपुर रेलवे हॉस्पिटल को अपग्रेड करने के प्रति कृत संकल्पित है.
पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल में 9 चिकित्सकों का पद रिक्त
प्रिंसिपल चीफ मेडिकल डायरेक्टर ने कहा कि पूरे ईस्टर्न रेलवे में 73 डॉक्टर के पद रिक्त पड़े हुए हैं. समस्या केवल जमालपुर में नहीं, बल्कि रेलवे के प्रत्येक डिवीजन में है. हालांकि, जमालपुर में यह समस्या काफी अधिक है. पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल जमालपुर में 9 चिकित्सक का पद रिक्त पड़ा हुआ है. जब यहां नई-नई मशीन लगाए जाएंगे और आवश्यकता के अनुसार संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे. उसके बाद यहां चिकित्सकों की संख्या भी बढ़ायी जायेगी. उन्होंने कहा कि यहां फिलहाल सुविधा अत्यधिक कम है, इसलिए बाहर के डॉक्टर भी यहां आना नहीं चाहते हैं, परंतु जब यहां आधुनिक मशीन और इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर दिया जाएगा तो न केवल रेलवे के डॉक्टर, बल्कि प्राइवेट डॉक्टर भी यहां आयेंगे. उन्होंने बताया कि मुख्यालय को डॉक्टरों की कमी के बारे में बताया गया है और रिक्त पद पर डॉक्टर की पोस्टिंग के बारे में भी पत्राचार किया गया है.
चिकित्सक बढ़ने के बाद आमलोगों का इलाज भी होगा संभव
उन्होंने कहा कि फिलहाल जमालपुर में डॉक्टरों की काफी कमी है. डॉक्टरों की संख्या बढ़ जाने के बाद यहां आम लोगों का भी इलाज किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल जमालपुर में 9 डॉक्टरों की कमी है. इस कमी के कारण यहां काम करने वाले डॉक्टर पर काम का बोझ है. डॉक्टरों की कमी दूर करने के बाद ही आमलोगों का इलाज यहां संभव हो पायेगा. मौके पर असिस्टेंट चीफ मेडिकल डायरेक्टर डॉ पीएस मित्रा, अभिजीत पहाड़िया, डॉ अजय कुमार, डॉ जेके प्रसाद, डॉ आई चटर्जी, डॉ पीके सिंघानिया आदि मौजूद थे.
अत्याधुनिक अल्ट्रासाउंड मशीन का किया उद्घाटन
जमालपुर. पीसीएमडी ने बताया कि अल्ट्रासाउंड की पूर्व की मशीन से नई मशीन काफी आधुनिक है. इस मशीन की लागत 33 लाख रुपये है. इस मशीन से रंगीन रिपोर्ट मिलते हैं. मशीन के यहां पहुंचने के बाद अब रेल कर्मियों और उनके परिजनों को प्राइवेट में अल्ट्रासाउंड नहीं करना होगा. इतना ही नहीं अल्ट्रासाउंड के लिए अब रेल कर्मी मरीज को या उनके परिजनों को पटना या कोलकाता अथवा सियालदह नहीं भेजा जायेगा, क्योंकि अच्छी गुणवत्ता वाली मशीन यहां उपलब्ध हो गयी है. उन्होंने बताया कि यह मशीन 3डी, 4डी अल्ट्रासाउंड की मशीन है तथा इस मशीन में ट्रांस वेजाइनल अल्ट्रासाउंड और इलास्टोग्राफी की भी सुविधा है.
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