मुंगेर 1962 के रेजांगला युद्ध में शहीद हुए वीर अहीर सैनिकों की स्मृति में भारत भ्रमण पर निकला पवित्र रज कलश यात्रा बुधवार की रात मुंगेर पहुंची. जिसका शहर के लालदरवाजा में भव्य स्वागत किया गया. गुरुवार को शीतल महाशय मेमोरियल सोसाइटीज यादव छात्रावास पूरबसराय में कार्यक्रम आयोजित कर रेजांगला रज कलश पर पुष्प अर्पित किया गया. छात्रावास के अध्यक्ष शिव शंकर यादव की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया गया. मुख्य अतिथि विधायक प्रणव यादव एवं उपस्थित लोगों द्वारा रेजांगला रज कलश पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजली अर्पित की. शिव शंकर यादव ने कहा की यह पवित्र अस्थि कलश 13 अप्रैल को छपरा से चला है और बिहार सहित झारखंड, उडीसा, बंगाल, छत्तीसगढ, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल,तेलंगाना, महाराष्ट्र,गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान,उत्तरप्रदेश हरियाणा होते हुए 18 नवंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंच कर समाप्त होगा. विधायक प्रणव यादव ने कहा की 1962 में कश्मीर के रेंजागंला घाटी में कुमाऊ रेजिमेंट के चार्ली कंपनी के 120 निहत्थे अहीर सैनिक ने लगभग चीनी सैनिक के तीन हजार सैनिको से लोह लेते हुए 114 अहीर सैनिक ने अपनी जान की आहूति दी और भारतीय सीमा से खदेड़ दिया. मौके पर प्रमोद यादव, शिशिर कुमार लालू, मनीष कुमार, दिनेश कुमार, अनिल भूषण, विनय कुमार सुमन, प्रो. धीरेंद्र कुमार, नवीन कुमार, बालेश्वर यादव, देवानंद सहित अन्य मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है