मुंगेर. एक ओर बाढ़ के कारण शहर के कई वार्ड जलमग्न हैं. वहीं दूसरी ओर बुधवार की सुबह हुई मूसलाधार बारिश के कारण शहर के कई क्षेत्रों की सड़कों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. बारिश के पानी की निकासी नहीं होने से नालों का गंदा पानी भी सड़कों पर बहने लगा. इसके कारण राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
बुधवार की सुबह मूसलाधार बारिश हुई. इसके कारण शहर की कई सड़कों पर जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी. शहर के दिलीप बाबू धर्मशाला से रेलवे अंडर ब्रिज तक बारिश का पानी का जमाव हो गया है. जबकि शाहजुबेर मोड़ पर दो से तीन फीट पानी जमा है. दर्जनों मोटर साइकिल, ई-रिक्शा और कार के इंजन में पानी चले जाने से वाहन ब्रेक डाउन कर गया. वहीं मुंगेर रेलवे स्टेशन मार्ग में भी जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी. इसके कारण ट्रेन पकड़ने वाले यात्रियों को सड़कों पर भरे पानी को पार कर स्टेशन जाना पड़ा. इतना ही नही नालों से बारिश के पानी की तो निकासी नहीं ही हो रही थी, उल्टे नालों से गंगा का पानी उलट कर बाहर सड़कों पर बहने लगा. नालों की गंदगी सड़कों पर बहने से राहगीरों को काफी परेशानी हुई. बारिश के कारण बुधवार को शहर के कई हिस्सों में जलजमाव की समस्या देखी गयी. शहर के आजाद चौक पर पानी की निकासी नहीं होने से पानी घंटों जमा रहा.नालों की सफाई पर लाखों खर्च, नहीं हो रही पानी की निकासी
मानसून पूर्व नालों की सफाई को लेकर नगर निगम मुंगेर प्रशासन ने लाखों खर्च कर दिये. मैन पावर भी लगाया गया. बड़े नालों के साथ ही शहर के छोटे नालों की सफाई का निगम ने दावा किया था और कहा था कि इस बारिश में शहर में जलजमाव की समस्या उत्पन्न नहीं होगी, लेकिन बुधवार को जिस तरह कई सड़कों पर एक घंटे से अधिक समय तक जलजमाव की समस्या बनी रही, उसने निगम के मानसून पूर्व नालों की सफाई के दावों की पोल खोल कर रख दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

