धरहरा. स्वास्थ्य विभाग में आशा सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में अहम भूमिका निभा रही हैं. बावजूद आशा को समय पर मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है. इसका मुख्य कारण एएनएम (ऑक्सिलरी नर्स मिडवाइफ) की लापरवाही बताया जा रहा है. इससे आक्रोशित होकर आशा आंदोलन का मन बना रही हैं. बताया गया कि एएनएम को आशा की हाजिरी और रिपोर्ट समय पर अपडेट करनी होती है, ताकि उन्हें सही समय पर मानदेय मिल सके. पर, कई जगहों पर एएनएम की लापरवाही के कारण आशा द्वारा किये गये कार्यों को समय पर डाटा अपलोड नहीं किया जाता है. इसके कारण उनका भुगतान लंबित हो जाता है. जबकि आशा गांव-गांव जाकर गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल से लेकर स्वास्थ्य योजनाओं को लागू करने तक का काम करती हैं. बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग में नयी ऑटो फॉरवर्ड प्रणाली को लागू किया गया. इसका उद्देश्य था कि भुगतान प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाना. लेकिन कई जगहों पर इसका गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके कारण आशा का मानदेय लटक रहा है. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं, जिससे आशा में नाराजगी बढ़ती जा रही है. आशा का कहना है कि अगर शीघ्र इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक प्रदर्शन किया जायेगा.
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