तारापुर/संग्रामपुर. कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर देवघर जाने वाले कांवरियाें से पूरा कच्चा कांवरिया पथ एवं तारापुर-देवघर एसएच 22 गुलजार रहा. इस दौरान वाहनों के अत्यधिक दबाव के कारण तारापुर थाना चौक, मोहनगंज चौक, धौनी पुल, तारापुर-खडगपुर मार्ग एवं पुराने बस स्टैंड में जाम की स्थिति बनी रही. इधर प्रखंड क्षेत्र का कांवरिया पथ शनिवार को पूरी तरह कांवरियों से भरा रहा. देवघर की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ व ‘बोल बम’ और जयकारों से माहौल भक्तिमय रहा. भादो मास में कांवरियों की इतनी बड़ी संख्या ने लोगों को श्रावणी मेले की याद दिला दी. कांवरिया पथ पर निजी दुकान और छोटे-छोटे व्यवसाय करने वाले स्थानीय लोगों में कांवरियों की भीड़ से खासा उत्साह देखा गया. श्रद्धालुओं की आमद से दुकानों पर रौनक बढ़ गयी. 11 वर्षों से पैदल यात्रा कर रहे सहरसा के अमन कुमार, पुरुषोत्तम कुमार और विजय कुमार ने बताया कि वे लगभग 40 लोगों का दल बनाकर देवघर की यात्रा पर निकले हैं. उन्होंने कहा की लगातार 11 वर्षों से वे लोग जन्माष्टमी के दिन सुल्तानगंज के उत्तर वाहिनी गंगा घाट से जल भरकर यात्रा शुरू करते हैं. उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला खत्म होते ही कांवरिया पथ पर बनी कई सुविधाएं बंद कर दी जाती हैं. सार्वजनिक शौचालय और धर्मशालाओं की सफाई नहीं होने से गंदगी फैली है. स्नानागार की भी हालत जर्जर है. कांवरियों ने कहा कि पत्थर और बालू बिछाये जाने से पैदल चलना आसान जरूर हो गया है, लेकिन शौचालय और स्नान जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए निजी दुकानों पर पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं.
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