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वृद्धजन आश्रय स्थल पर संकट, बेसहारा व उपेक्षित वृद्धों को अभी करना होगा इंतजार

घर से उपेक्षित और बेसहारा वृद्धजनों को आश्रय देने के लिए वृद्धजन आश्रय स्थल की योजना मुंगेर में संकट के दौर से गुजर रहा है.

मुंगेर. घर से उपेक्षित और बेसहारा वृद्धजनों को आश्रय देने के लिए वृद्धजन आश्रय स्थल की योजना मुंगेर में संकट के दौर से गुजर रहा है. एक ओर जहां सुरक्षा और लिफ्ट के अभाव में निगम प्रशासन पूर्व अनुबंध वाले मकान का अनुबंध रद्द करने की तैयारी कर रही है. वहीं दूसरी ओर अब तक वृद्ध की देखभाल करने वाले चयनित एजेंसी के कर्मी का समक्षता इंटरव्यू तक नहीं हो पाया है. यही कारण है कि मुंगेर के बेसहारा वृद्धजन को वृद्धाश्रम में रहने के लिए अभी ओर इंतजार करना पड़ेगा.

चयनित भवन का अनुबंध होगा रद्द, नये मकान में खुलेगा वृद्धाश्रम

मुंगेर में 50-50 बेड का दो वृद्धजन आश्रय स्थल की स्थापना की जानी है. जिसे लेकर निगम प्रशासन ने सितंबर महीने में पुरानीगंज स्थित अर्चना पैलेस का चयन किया. जहां वृद्धजन आश्रय स्थल का निगम प्रशासन ने बोर्ड तक लगा दिया. मकान मालिक से दो फ्लोर का 1.40 लाख रुपये प्रतिमाह भुगतान करने अनुबंध किया था. लेकिन हाल के दिनों में निगम प्रशासन ने उस भवन से अपना बोर्ड हटा लिया है. निगम प्रशासन की माने तो मकान मालिक को ग्राउंड फ्लोर वृद्धाश्रम के लिए देने को कहा गया. क्योंकि वृद्ध को दूसरे व तीसरे फ्लोर में चढ़ने उतरने में परेशानी होगी. मकान में लिफ्ट की सुविधा नहीं है. जबकि सीढ़ी भी वृद्धजन के लिए चढ़ने और उतरने के लिए सुरक्षित नहीं है. जिसके कारण अब निगम प्रशासन उक्त मकान मालिक से अनुबंध रद्द करने की प्रक्रिया अपना रही है. जानकारी के अनुसार निगम प्रशासन ने शहर मे ऐसे मकान को चयनित किया है जिसमें लिफ्ट लगा हुआ है. जबकि अन्य मूलभूत सुविधा भी वहां उपलब्ध है. शीघ्र ही नये मकान में वृद्धाश्रम की शुरूआत की जायेगी.

सात लाख से अधिक की हो चुकी है सामानों की खरीदारी, फांक रहे धूल

शहर के पुरानीगंज स्थित एक निजी मकान का चयन कर उसके मालिक से निगम प्रशासन ने अनुबंध किया. वहां पर वृद्ध के रहने के लिए 50 बेड की खरीद की गयी. जिसे हॉल में बिछा कर रखा गया है. जबकि एक कमरे में तोसक, तकिया, बेडशीट खरीद कर रखा गया है. इतना ही नहीं एक एजेंसी से 50 आलमीरा की भी खरीद की गयी है. निगम प्रशासन की माने तो सात लाख रुपये से इन सामानों की खरीद की गयी. जो अनुबंधित मकान के कमरे में धूल फांक रही है.

एनजीओ कर्मी का अब तक नहीं हुआ सक्षमता इंटरव्यू

निगम प्रशासन की ओर से बताया गया कि वृद्धाश्रम के लिए न सिर्फ मकान मालिक से अनुबंध किया गया है. बल्कि उसमें रहने वाले वृद्धजन की देखभाल करने के लिए आउटसोर्सिंग से कर्मी देने के लिए कुबेर सॉल्यूशन, रांची द्वारा दिये गये दर को स्वीकार करते हुए निगम प्रशासन से चयन किया. एनजीओ ने देखभाल करने वाले 24 कर्मी का आवेदन भी सक्षमता इंटरव्यू के लिए निगम प्रशासन को दे दिया है. विदित हो कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली टीम एनजीओ कर्मी का सक्षमता इंटरव्यू लेंगी कि कर्मी बुजुर्गों का देख-भाल सही ढंग से कर पायेगी या नहीं. लेकिन अब तक एनजीओ कर्मी का सक्षमता इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पायी है. मिली जानकारी के अनुसार वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों को खाना जीविका समूह द्वारा मुहैया कराया जाना है.

पूर्व में जिस मकान का चयन वृद्धजन आश्रय स्थल के लिए किया गया था. वह वृद्धजनों के लिए सुरक्षित नहीं है. न तो मकान में लिफ्ट की सुविधा है और न ही वृद्धजन मकान के सीढ़ियों पर चढ़ पायेंगे. वृद्धजनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिफ्ट युक्त मकान का चयन कर लिया गया है. जिससे अनुबंध कर अप्रैल 2025 में वृद्धजन आश्रय स्थल की शुरुआत की जायेगी.

कुमार अभिषेक, प्रभारी नगर आयुक्तB

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