प्रतिनिधि, मुंगेर. राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय में आइआइटी रुड़की आई-हब दिव्यसम्पर्क की ओर से विद्यार्थियों के लिए आयोजित दस दिवसीय गहन प्रशिक्षण सत्र बुधवार को संपन्न हो गया. कार्यक्रम का उद्देश्य नवाचार व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा देना तथा प्रतिभागियों के तकनीकी कौशल का विकास करना था. महाविद्यालय में आइआइटी रुड़की आई-हब दिव्यसम्पर्क, विज्ञान तकनीकी एवं तकनीकी शिक्षा, बिहार सरकार द्वारा इमर्जिंग टेक्नोलॉजी प्रयोगशाला की भी स्थापना की गयी. मुख्य प्रशिक्षकों में अश्वनी कुमार और योधांधर सूर्य शामिल थे. प्राचार्य डॉ आलोक सिंह ने कहा कि वर्तमान व भविष्य में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस रोजगार की अपार संभावनाएं है. प्रशिक्षण में छात्रों के मार्गदर्शन के लिए कंप्यूटर साइंस के विभागाध्यक्ष डॉ गोविंद कुमार झा और प्रो गोपाल कृष्ण थे. प्रतिभागियों को उन्नत तकनीकों में व्यावहारिक अनुभव और विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान किया गया और प्रशिक्षण सत्र ने प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने में सहायता की. मौके पर डॉ राजेन्द्र पंडित, प्रो दिलखुश रजक, प्रो आनंद कुमार आदि मौजूद थे.
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