एक के बाद एक आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे अपराधी
मुंगेर : मुफस्सिल थाना क्षेत्र का सिल्हा मनियाचक निवासी कुख्यात रवि पासवान घूम-घूम कर अपराध को अंजाम दे रहा है. जबकि पुलिस उसकी गिरफ्तारी के रटा-रटाया जबाव देती है कि रवि पासवान फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए एसआइटी छापेमारी कर रही है. लेकिन जिस तरह रवि पासवान ने गुरुवार को सरे शाम नौवागढ़ी बाजार में व्यवसायियों से रंगदारी मांगी, उससे लगता है कि पुलिस का खौफ उस पर नहीं है. वह लगातार एक के बाद एक आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दे रहा है.
गुरुवार को कपड़ा और दवा व्यवसायी से दो-दो लाख रुपया मांगने के लिए खुद रवि पासवान दुकान पर पहुंच गया और पिस्तौल दिखा कर कहा कि या तो पैसा दो या हमरी पिस्तौल से निकलने वाली गोली का शिकार बनो. इससे व्यवासियों में दहशत है. एक व्यवसायी ने अपराधी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का साहस तो किया है. लेकिन अपराधी की गिरफ्तारी नहीं होने से व्यवसायी एवं उसके परिजन में दहशत व्याप्त हो गया है. नौवागढ़ी बाजार पर उसका वर्चस्व है और अधिकांश व्यवसायी से रंगदारी वसूलता है.
गिरफ्तारी के लिए बनी एसआइटी असफल : 9 मार्च 2017 को राष्ट्रीय उच्च पथ 80 नौवागढ़ी मुख्य बाजार में मोटर साइकिल का हैंडल सटने के विवाद में कुख्यात अपराधी रवि पासवान ने दो युवकों को गोली मार दी. पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उसकी गिरफ्तारी के लिए एएसपी हरि शंकर कुमार के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया.
मुफस्सिल, नयारामनगर थाना पुलिस के साथ ही एसआइटी की टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर ही रही थी कि 12 मार्च 2017 शहर के कटघर मुहल्ले में अपराधियों ने रवि सिन्हा को दिनदहाड़े गोली मार दी. इस मामले में नौवागढ़ी कांड के अभियुक्त रवि पासवान का नाम सामने आया. गिरफ्तारी के लिए दंभ भर रही मुंगेर पुलिस को रवि पासवान ने नौवागढ़ी के दो व्यवसायी से रंगदारी मांग कर फिर से चुनौती दे डाली.
गिरफ्तारी नहीं होने से व्यवसायी पहुंचा रहे रंगदारी : रवि पासवान की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण नौवागढ़ी में व्यवसायियों के बीच दहशत व्याप्त है. रंगदारी नहीं मिलने के कारण रवि पासवान ने एक दवा दुकान पर बमबारी की थी. इसके बाद व्यवसायियों का आंदोलन हुआ और रवि पासवान गिरफ्तार हुआ. लेकिन उसका वर्चस्व कम नहीं हुआ. सूत्रों की मानें तो तब वह जेल में था तो नौवागढ़ी के व्यवासियों ने दुर्गा पूजा के समय जेल गेट पर जाकर कपड़ा, मिठाई एवं नकद रुपया रंगदारी स्वरूप दिया था. आज भी अधिकांश व्यवसायी चोरी-छिपे रवि पासवान को रंगदारी दे रहे हैं.