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सदर अस्पताल : गलत सूचनाओं से भ्रमित हो रहे मरीज

सदर अस्पताल : गलत सूचनाओं से भ्रमित हो रहे मरीज फोटो संख्या : 5फोटो कैप्सन : सूचना पट्ट से भ्रमित हो रहे रोगी व परिजन प्रतिनिधि, मुंगेरसदर अस्पताल में इन दिनों मरीज गलत सूचना के शिकार हो रहे हैं. जिसके कारण उन्हें छोटे-छोटे कार्य के लिए भी अस्पताल में चक्कर काटना पड़ता है. लेकिन अस्पताल […]

सदर अस्पताल : गलत सूचनाओं से भ्रमित हो रहे मरीज फोटो संख्या : 5फोटो कैप्सन : सूचना पट्ट से भ्रमित हो रहे रोगी व परिजन प्रतिनिधि, मुंगेरसदर अस्पताल में इन दिनों मरीज गलत सूचना के शिकार हो रहे हैं. जिसके कारण उन्हें छोटे-छोटे कार्य के लिए भी अस्पताल में चक्कर काटना पड़ता है. लेकिन अस्पताल प्रबंधन को इस गलत सूचनाओं पर कोई ध्यान नहीं है. जबकि प्रतिदिन दर्जनों लोग इधर-उधर भटकते हैं. गार्ड रूम में अंकित है परची काउंटरअस्पताल के पुरुष विभाग परिसर स्थित मुख्य द्वार के समीप बने गार्ड रूम में परची काउंटर लिखा हुआ है. यहां एक साल पूर्व परची कटने की व्यवस्था थी. किंतु पिछले एक साल से परची काउंटर को स्थानांतरित कर इमरजेंसी वार्ड के पीछे स्थापित कर दिया गया है. इस बात की सूचना अस्पताल परिसर में कहीं पर भी अंकित नहीं किया गया है.दवा वितरण काउंटर की सूचना है गलत अस्पताल के मुख्य द्वार के बांये तरफ के दीवार में पुरुष दवा वितरण काउंटर लिखा हुआ है. किंतु पुरुष व महिला के लिए इमरजेंसी वार्ड के ही समीप दवा काउंटर की व्यवस्था दी गयी है. गलत सूचना के कारण शिशु वार्ड में इलाज कराने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.शिशु वार्ड ढूंढ़ने में हो रही परेशानीविदित हो कि दो माह पूर्व शिशु वार्ड का संचालन महिला मेडिकल वार्ड के समीप होता था. किंतु शिशु वार्ड को वहां से स्थानांतरित कर नेत्र विभाग में शिफ्ट कर दिया गया है. अस्पताल में एक भी स्थान पर इसकी सूचना अंकित नहीं की गयी है. जिसके कारण मरीजों को खासे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि पूर्व की सूचनाएं ही दीवारों में अंकित है. कहते हैं मरीजसफियाबाद निवासी मरीज तनक कुमार ने बताया कि अस्पताल पहुंचने के बाद उन्हें यह पता ही नहीं चल रहा था कि इलाज के लिए कहां पर परची कटनी है. लोगों से पूछने के बाद परची काउंटर का पता चला. बुद्धन मरर टोला निवासी सुलोचना देवी ने बताया कि वह अपने बच्चे का इलाज कराने अस्पताल पहुंची. किंतु पूर्व में उन्होंने जहां अपने बच्चे का इलाज कराया था, वहां ताला लगा हुआ था. नर्स से पूछने पर पता चला कि शिशु वार्ड नेत्र विभाग में शिफ्ट कर दिया गया है.कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षकअस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार ने बताया कि जहां कहीं भी पूर्व के क्रिया- कलापों की सूचना अंकित है. उसे शीघ्र ही मिटा कर सही सूचना अंकित किया जायेगा.

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