जमालपुर : एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात की जा रही है. तो दूसरी ओर छठ पूजा को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा सड़कों पर से गंदगी हटा लेने की घोषणा की गई थी. परंतु जमालपुर में दोनों बातों को नजरअंदाज किया गया. जिसके कारण इस बार गंदगी की ढेर पर ही छठ व्रतियों को अपने परिजनों के साथ गुजरने पर मजबूर होना पड़ा.
छठ पूजा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर घोषणा करायी गयी थी कि सड़क के मध्य कूड़े फेंकने वाले के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. परंतु इस घोषणा को नजरअंदाज कर दिया गया तथा प्रशासन मूक दर्शक बना रहा. रेलवे स्टेशन चौक से बराट चौक के बीच सड़क के मध्य पसरी ऐसी ही गंदगी के कारण छठ व्रतियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
उल्लेखनीय है कि बराट चौक पूरे शहर का ह्ृदय स्थली कहा जाता है जहां से होकर ही हजारों की संख्या में छठ व्रती छोटी पुल होकर काली पहाड़ी नहर पर अर्घ्य देने गये थे.स्टेशन चौक पर पड़ा कचरे की ढेरजमालपुर : लगातार त्योहारों के दौरान छठ पूजा का निस्तार बुधवार को संपन्न हो गया. जमालपुर शहर के विभिन्न भागों में पूजा के दौरान फल व सब्जियों की जम कर खरीद-बिक्री हुई. इसके कारण उनके अवशेष भी भारी मात्रा में सड़कों पर बिखड़े पड़े हैं.
बुधवार को अवकाश रहने के कारण इसका उठाव नहीं हो पाया. अब नगर प्रशासन द्वारा इन कूड़ों व गंदगियों का निष्पादन भी चुनौती भरा होगा. उल्लेखनीय है कि जमालपुर नगर परिषद के मुख्य पार्षद राजेश कुमार उर्फ दौलत पासवान का असामयिक निधन पिछले रविवार को हो गया है. जिसको लेकर गुरुवार को नगर परिषद में श्रद्धांजलि सभा आहूत किया गया है. समझा जाता है कि ऐसे में बाद दोपहर ही सफाई कार्य आरंभ हो पायेगा.