भ्रष्टाचार का मूल कारण अर्थ लोलुपता ” भ्रष्टाचार के मूल कारण ” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन प्रतिनिधि , मुंगेर मुंगेर जिला आचार्य कुल के तत्वावधान में शहर के लल्लूपोखर में ” भ्रष्टाचार के मूल कारण ” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय प्रारंभिक शिक्षक महासंघ के वरीय नेता नवल किशोर प्रसाद सिंह ने की. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का मूल कारण है अर्थ लोलुपता. आज चारों ओर भ्रष्टाचार के काले बादल मंडरा रहे है. संतरी से लेकर मंत्री तक मंत्री तक, गरीब से अमीर तक, क्लर्क से बड़े अफसर तक, नेता, अभिनेता, देश के अफसरशाही सभी भ्रष्टाचार की गिरफ्त में है. देश के कर्णधार तथाकथित राजनेता ही अधिकांशत: भ्रष्ट आचरण में डूबे हुए हैं. लोभी व्यक्ति को सोने व चांदी के कैलाश के समान असंख्य पूर्व मिल जाय तो भी संतोष नहीं होता. क्योंकि इच्छा आकाश के समान अनंत है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के दल-दल में धंसा हुआ है देश. इसलिए बिगड़ा हुआ है यहां का सारा परिवेश. उमेश नंदन कुमार ने कहा कि दैनिक जीवन से जुड़े हर कार्य को करवाने के लिए राजकीय कार्यालय एवं राजनेताओं को भेंट पूजा चढ़ाना आम बात हो गयी है. अराजपत्रित शिक्षक संघ के नगर निगम मुंगेर के सचिव ऋषिदेव प्रसाद यादव ने कहा कि शिष्टाचार रूपी यह भ्रष्ट आचरण हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है. मौके पर कृष्णा कुंवर, विमला झा, प्रेमचंद्र चौधरी, शिवशंकर सिंह, प्रमोद कुमार, हर्ष नारायण झा ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये.
BREAKING NEWS
भ्रष्टाचार का मूल कारण अर्थ लोलुपता
भ्रष्टाचार का मूल कारण अर्थ लोलुपता ” भ्रष्टाचार के मूल कारण ” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन प्रतिनिधि , मुंगेर मुंगेर जिला आचार्य कुल के तत्वावधान में शहर के लल्लूपोखर में ” भ्रष्टाचार के मूल कारण ” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. उसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय प्रारंभिक शिक्षक महासंघ के वरीय नेता नवल […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement