मुंगेर : कासिम बाजार निवासी पिंकु प्रसाद साह के 11 वर्षीय पुत्र मोहित कुमार के लापता होने व उसका कपड़ा व चप्पल गंगा किनारे मिलने के बाद परिजन अनहोनी की आशंका से डरे हुए हैं.
सोमवार को बच्चे की मां व मुहल्ले के महिलाओं ने मोहित की सकुशल बरामदगी की मांग को लेकर जुलूस निकाला और डीआइजी कार्यालय का घेराव किया.डीआइजी के जमुई प्रवास के कारण महिलाओं की उनसे मुलाकात नहीं हुई, लेकिन पीड़ित की मां ने कहा कि अगर बेटा नहीं मिला तो वे जान दे देंगी.
बताया जाता है कि 28 मार्च को मोहित घर से खेलने निकला. घर के पास ही वह खेल रहा था और अचानक लापता हो गया.ढूढ़ने के क्रम में 29 मार्च को उसका कपड़ा व चप्पल गंगा किनारे मिला. इसके बाद अनहोनी की आशंका से पूरा परिवार भयभीत हो गया और कासिम बाजार में कुछ लोगों पर मोहित को गायब करने का आरोप लगाया.
मोहित की सकुलश बरामदगी को लेकर हाथों में तख्तियां थामे महिलाओं का जत्था निकला, जिसने शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए डीआइजी कार्यालय पहुंच कर घेराव किया. जब डीआइजी नहीं मिले तो महिलाओं का जत्था कार्यालय के मुख्य गेट पर ही बैठ गया.
कार्यालय कर्मी ने बताया की डीआइजी जमुई में हैं, क्योंकि वहां प्रधानमंत्री का कार्यक्रम है. इसके बावजूद महिला वहां घंटों डटी रही. बाद में डीआइजी ने फोन पर ही सकुशल बरामदगी का आश्वासन दिया तो महिला वहां से हटी.
डीआइजी कार्यालय में दिये गये आवेदन में मोहित के दादा जागो साह ने कहा कि उसके पोता का फुलपैंट, गंजी, टी-शर्ट और सैंडिल मिला, जिसे कासिम बाजार थाना को सुपुर्द कर दिया. उन्होंने मुहल्ले के ही जयकांत महतो, गणेश साह, राजू महतो, खुशबू देवी के विरुद्ध आशंका जाहिर की कि इन लोगों ने ही उसके पोते का अपहरण किया है, क्योंकि जयकांत महतो से उनका जमीन विवाद चल रहा है.
महिलाओं ने कहा कि कासिम बाजार थाना पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की. शंका जाहिर की गयी है उसे भी हिरासत में लेकर पूछताछ नहीं की है. अगर मोहित नहीं मिला तो वे लोग उग्र आंदोलन करेंगी.