Motihari : इन्तेजारूल हक,मोतिहारी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व बिहार सरकार की दूरदर्शी सोच का सकारात्मक व सुखद असर गांवों की शिक्षा व्यवस्था में दिखने लगा है. दरअसल जीविका समूह से जुड़ी महिलाएं विद्या देवी की भूमिका में नजर आ रही हैं और गांवों में लाइब्रेरी चला ग्रामीण परिवेश के बच्चों का भविष्य संवार रही हैं. जीविका परियोजना के माध्यम से अभी चार प्रखंडों घोड़ासहन,हरसिद्धि,रामगढ़वा व अरेराज में सामुदायिक पुस्तकालय सह कैरियर विकास केन्द्र का संचालन हो रहा है,जिसे गांवों की बाेल चाल की भाषा में जीविका दीदी की लाइब्रेरी कहा जा रहा है. खास बात यह है कि यहां तमाम तरह की किताबों से लेकर इंटरनेट व कंप्यूटर की पूरी सुविधाएं मिल रही है. यानी नर्सरी से लेकर स्नातक व विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने तक की पाठन सामग्री की व्यवस्था की गयी है. आधुनिक संसाधनों के बीच इसका संचालन हो रहा है जहां पढ़ने वालों की काफी भीड़ देखी जा रही है. इलाके के लिए पूरी तरह से मिसाल बनी हुई है.
सुबह 9 बजे से लेकर शाम पांच तक चलती है लाइब्रेरी
इन लाइब्रेरियों के संचालन की बात करें तो समझ लीजिए कि सुबह 9 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक इसका संचालन होता है. साप्ताहिक बंदी यहां नही है. यानी सालों भर जीविका दीदियां विद्या देवी का रोल अदा कर अपने दायित्वों का निर्वहन करती हैं.
40- 50 बच्चों का बनाया गया है बैच
पुस्तकालय में करीब बच्चे नामांकित है. जो समय समय पर लाइब्रेरी में पढ़ाई करते है. विद्या दीदी लाइब्रेरी तमाम सुविधाओं से लैस है. 40- 50 बच्चों का बैच बनाया गया हैं. बैच के हिसाब से बच्चे आकर यहां पढ़ाई करते है. खासकर मिडिल स्कूल और गांव के कंपटीशन की तैयारी करने वाले छात्र भी यहां ज्यादा समय व्यतीत करते हैं. उनके लिए हर कंपटीशन की बुक उपलब्ध कराई गई है. लाइब्रेरी तमाम सुविधाओं से लैस है. इस लाइब्रेरी को लड़कियों के लिए खास तौर पर खोला गया है, जिससे उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कोई दिक्कत नहीं हो.सदर छोड़ अब सभी प्रखंडों में खुलेगी इस तरह की लाइब्रेरी
चार लाइब्रेरियों के संचालन की सफलता मिलने व छात्र-छात्राओं की अधिक भीड़ को दखते हुए विभागीय अधिकारियों के हौसले बुलंद हैं. अब सदर प्रखंड को छोड़ जिले के सभी प्रखंडों में खोलने की प्रक्रिया चल रही है. इस बाबत अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे दिये गये हैं.कहते हैं अधिकारी
सरकार की मंशा को धरातल पर उतारने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं को स्थानीय स्तर पर सुविधाएं मिले,इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है. गणेश पासवान, जिला परियोजना प्रबंधक जीविका,मोतिहारी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है