Motihari : मोतिहारी.गर्मी के तेवर तल्ख होने के साथ ही बाजार में एसी, कूलर और पंखों की मांग बढ़ गयी है. गर्मी को देखते हुए दुकानदारों ने एसी के कारोबार की ओर भी अपना हाथ बढ़ाया है. खासकर कार्यालयों में कूलर की अच्छी-खासी मांग है. बाजार में बढ़ी मांग देखते हुए व्यवसायी कूलर व एसी की पूरी स्टॉक रख रहे हैं. दुकानों पर ऐसे उत्पादकों के स्टॉक पर नजर डाले, तो इस बार कंपनियों के कूलर के दाम में करीब 10 से 15 फीसदी तक का इजाफा हुआ है. पिछले साल की तुलना में कूलर की कीमत चार से पांच सौ, एसी एक हजार रुपये तक और पंखों की कीमत 200 से 400 रुपये तक बढ़े हैं.
गर्मी बढ़ने के कारण मीना बाजर, बलुआ, कचहरी, स्टेशन रोड,अस्पताल रोड स्थित इलेक्ट्राॅनिक दुकानों में ग्राहकों की भीड़ बढ़ गयी है. बलुआ स्थित दुकानदार मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि पिछले तीन चार दिनों से एसी, कूलर, पंखा और फ्रिज की बिक्री बढ़ी है. बाजार में विभिन्न कंपनियों के सीलिंग फैन 1300 से लेकर 35 हजार रुपये तक उपलब्ध हैं. वहीं लोकल कंपनी के सीलिंग फैन के दाम 1000 से लेकर 2500 रुपये तक हैं.एसी की 30 हजार से 65 हजार रुपये के रेंज में उपलब्ध है. वहीं टेबल फैन, स्टैंड फैन, केबिन फैन की कीमत अलग-अलग कंपनियों की अलग-अलग है. जहां तक कूलर की बात है तो बाजार में लोकल मेड व विभिन्न कंपनियों के कूलर मौजूद हैं. कोई लोहे की बाॅडी में है, तो फाइवर व प्लास्टिक की बाॅडी में उपलब्ध है.
फाइव स्टार एसी की मांग सबसे अधिक
मीना बाजार रोड स्थित गणपति ट्रेडर्स के प्रबंधक ने बताया कि इस बार कूलर से अधिक एसी की बिक्री हो रही है. यही कारण है हर दिन 10 से अधिक एसी की बिक्र रहे है. बाजार में फाइव स्टार एसी की मांग सबसे अधिक है. खासकर वाई-फाइ, स्मार्ट और एक्सपेंडल एसी लोगों की पहली पंसद है. फाइव स्टार 1.50 टन एसी की कीमत 38 हजार से लेकर 65 हजार रुपये के बीच है. साथ ही बड़े आकार की फ्रिज की मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है. इस बार मार्केट में नया ट्रेड देखने को मिल रहा है. डी फ्रिज को भी लोग अपने घरों में ले जा रहे हैं. इसकी शुरुआती रेंज 26 हजार रुपये हैं.
टोटी लगे सुराही लोगों की पहली पसंद
गर्मी बढ़ते ही देसी फ्रिज यानी मिट्टी के मटके और सुराही की मांग बढ़ गयी है. मार्केट में टोली वाले सुराही कीमत 200 से 500 रुपये तक है. वहीं मटके की कीमत 150 से 250 रुपये तक है. स्टेशन रोड स्थित कुंहार सोनू पंडित ने बताया कि टोटी लगे मटके लोगों की पहली पसंद है. वहीं लोग प्लास्टिक के बजाये मिट्टी का उपयोग कर रहे हैं. यही कारण है कि मिट्टी के बने मटके की मांग बढ़ी है.
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