मधुबन.सिकरहना नदी (बूढ़ी गंडक) के बाएं तटबंध को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ी पहल की जा रही है.नदी के बाएं तटबंध का उच्चीकरण, मिट्टीकरण एवं पक्कीकरण कार्य प्रस्तावित है, जिससे बाढ़ से सुरक्षा के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास को भी गति मिलेगी.यह कार्य बेतिया की ओर से शुरू किया जायेगा. प्रथम चरण में कुल 56 किलोमीटर लंबाई में तटबंध के उच्चीकरण, मिट्टीकरण और पक्कीकरण का कार्य कराया जाएगा। इसे लेकर विभागीय स्तर पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है. तटबंध के पक्कीकरण से नदी किनारे बसे गांवों के लोगों और किसानों को सीधा लाभ मिलेगा.वर्षों से कच्चे तटबंध के कारण आवागमन में होने वाली परेशानियां दूर होगी. खेतीबाड़ी से जुड़े किसानों को अपने उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में आसानी होगी,जिससे परिवहन समय और लागत दोनों में कमी आएगी.इसके साथ ही क्षेत्र में बेहतर सड़क कनेक्टिविटी विकसित होगी, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी. सड़क की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तटबंध के साथ बनने वाली सड़क पर विशेष व्यवस्था की जाएगी. जिन स्थानों पर गांव नहीं हैं,वहां बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाएगी,ताकि बड़े जानवरों या अनावश्यक वाहनों का प्रवेश रोका जा सके. इससे सड़क सुरक्षा बढ़ेगी और दुर्घटनाओं की आशंका कम होगी.
सिकरहना नदी के बाएं तटबंध के उच्चीकरण,मिट्टीकरण और पक्कीकरण से इलाके में आवागमन सुगम होगा.कृषि क्षेत्र में विकास के नए अवसर खुलेंगे और ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदलेगी.उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण से क्षेत्र में समृद्धि के द्वार खुलेंगे और लोगों का जीवन स्तर बेहतर होगा.
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