Motihari : मोतिहारी.भारत-पाक तनाव व आतंकी ठिकानों पर हमलों के बीच मोतिहारी से खालिस्तानी आतंकी कश्मीर सिंह गलवड्डा उर्फ बलवीर सिंह की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गये हैं. गिरफ्तारी मोतिहारी शहर से हुई है, जो नेपाल सीमा से सटा हुआ है. बलवीर सिंह का ठिकाना नेपाल था, जो मोतिहारी कैसे पहुंचा और किनके संपर्क में था. इसको लेकर जांच व सुरक्षा एजेंसी अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. उस पर दस लाख का इनाम घोषित था, जिसे एआइए की टीम विशेष पूछताछ के लिए दिल्ली ले गयी है, लेकिन जांच एजेंसी इस मुद्दे पर अलर्ट के साथ जांच में जुटी है कि नेपाल से वह मोतिहारी कैसे पहुंचा. मोतिहारी में कितने दिनों से था और उसके नेटवर्क में कौन-कौन से लोग थे. इस तरह के बिंदुओं पर जांच के बाद उससे जुड़े लोगों में हड़कंप है.
सूत्रों के अनुसार खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स व बलवीर खालसा इंटरनेशनल सहित अन्य खालिस्तानी आतंकी संगठन से वह नेपाल के नेटवर्क में था, जिसके करीब आधा दर्जन बैंक अकाउंट से करोड़ों के ट्रांजेक्शन की बात सामने आयी है. नेपाल में दलजीत सिंह के नाम से पहचान बनाने वाला आतंकी कश्मीर सिंह का अमेरिका में भी निवेश की बात सामने आ रही है. इस बिंदु पर एजेंसी जांच कर रही है. मोतिहारी झील पथ से गिरफ्तारी को लेकर शहरवासी अचंभित हैं कि कश्मीर सिंह मोतिहारी किसके संरक्षण में पहुंचा और कौन लोग इसके सपोर्ट में हैं. वह अंतरराष्ट्रीय सिख यूथ फेडरेशन से भी जुड़ा था.2016 में नाभा जेल ब्रेक से जुड़े हैं तार
कश्मीर सिंह उर्फ बलवीर 2016 में नाभा जेल ब्रेक के दौरान खालिस्तान लिबरेशन फोर्स केएलएफ प्रमुख हमिदर सिंह रिंदू गैंगस्टर विक्की गौढ़, नीता देओल, गुलप्रीत सिंह सेशो, अमलदीप धोतिया जैसे आतंकी गैंगस्टर के साथ भागा था. ऐसे में अब जांच एजेंसी कश्मीर सिंह के नाभा जेल ब्रेक से भागने से लेकर अब तक के नेपाल प्रवास, मोतिहारी दौरा के बिंदुओं पर सूक्ष्म जांच में जुटी है. कश्मीर सिंह की गिरफ्तारी एनआइए व मोतिहारी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. इसको लेकर एसपी स्वर्ण प्रभात ने सभी थानों व सुरक्षा एजेंसियों को भी भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट रहने के साथ अपने क्षेत्र में संदिग्धों पर नजर रखने का निर्देश दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है