चिरैया. वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत लालबेगिया गांव स्थित सपही देवी एवं घोड़ही माता मंदिर में महिला व पुरुष श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार, बंगाल, यूपी के विभिन्न जिलों सहित पड़ोसी देश नेपाल से हजारों भक्तों ने आकर मंदिर में पूजा-अर्चना की. अहले सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने-जाने का क्रम जारी रहा. इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने मनोकामना पूर्ण होने पर बकरे और परेवा की बलि चढ़ाई. वही भक्तों ने पुरोहितों द्वारा रखे गए घोड़े के सिर के कंकाल की पूजा अर्चना की. मान्यता के अनुसार सांकेतिक रूप से रखे गए घोड़े के सिर की पूजा करने से घोड़ही माता प्रसन्न होती है और लोगों की मनोकामना पूर्ण करती है. जिसका विशेष महत्व है. अधिकांश लोगों ने मंदिर में पुरोहितों के सहयोग से पूजा करा सुख शांति की कामना की व मंदिर परिसर में मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए मंत्रों का जाप करवाया . वहीं सपही देवी एवं घोड़ही माता से सुख, शांति और सौभाग्य की कामना की. स्थानीय निवासी व भाजपा के जिला मंत्री जयराम प्रसाद निषाद बताते है कि लोगों की मनोकामना पूरी होने पर वैशाख पूर्णिमा पर लगने वाले मेले में दूर दूर से यहां श्रद्धालु आकर पूजा अर्चना करते है तथा पशु व पक्षियों की बलि देते है. सच्चे मन से की गई पूजा से माता प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूरा करती हैं.
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