Motihari:अरेराज.प्रखंड शिक्षा कार्यालय बैक डेट घोटाला का मामला उजागर होने पर शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. एसडीओ के जांच में रोकड़ पंजी प्रमाणित होने के आठ माह पहले से प्रविष्टि दर्ज शुरू किया पाया गया. रोकड़ पंजी में भारी अनियमितता, अभिश्रव रिटायर्ड पदाधिकारी द्वारा अपने साथ घर लेकर चले जाने ,एमडीएम बीआरपी द्वारा सभी कागजात घर पर रखने सहित भारी अनियमितता को लेकर एसडीओ अरुण कुमार ने बीपीआरओ सह प्रभारी बीइओ मितेश मोहन से कार्रवाई को लेकर स्पष्टीकरण की मांग किया गया है. बीइओ को भेजे पत्र में एसडीओ ने बताया है कैश बुक एक दिसम्बर 24 को प्रमाणित किया गया है .जबकि एक अप्रैल 24 से ही प्रविष्टि दर्ज किया गया है. वही 9 फरवरी के बाद रोकड़ पंजी में कोई भी प्रविष्टि दर्ज नही पाया गया .सबसे रोचक बात प्रखंड शिक्षक के वेतन से सम्बंधित रोकड़ पंजी 16 फरवरी 11 को बीईओ द्वारा अभिप्रमाणित पाया गया.जबकि उक्त पंजी में वर्ष 07-08 में 30 अगस्त 2007 के तिथि से प्रविष्टि पायी गयी .कार्यालय में कर्मियों की कोई उपस्थिति पंजी उपलब्ध नही पाया गया.एसडीओ के जांच में बैक डेट में पत्र निर्गत करने व भेजने के लिए कार्यालय के पत्र आगत निर्गत पंजी में खाली जगह छोड़ा गया पाया गया.वही जांच में 24 के पूर्व का कोई अभिश्रव नही पाया गया. कार्यालय कर्मियों द्वारा बताया गया कि सेवानिवृत्त बीईओ द्वारा सभी अभिश्रव अपने साथ घर ले जाया गया.वही एमडीएम बीआरपी द्वारा कार्यालय में कोई कागजात नही रखकर अपने घर रखने की बात बताया गया. कार्यालय कर्मियों की उपस्थिति पंजी, शिकायत पंजी सहित कोई पंजी नही पाया गया. एसडीओ के जांच में भारी अनियमितता पायी गयी.अरेराज एसडीओ अरुण कुमार ने बताया की बीपीआरओ सह बीईओ से कार्यालय जांच में मिली भारी अनियमितता मिलने को लेकर 24 घंटे में स्पष्टीकरण की मांग किया गया है.संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई के लिए सक्षम प्राधिकार में भेजा जाएगा. वहीं एमडीएम बीआरपी पर कार्रवाई के लिए डीईओ को पत्र भेजा गया है .
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